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साहिबजादा दिवस पर CM योगी बोले- गुरुबाणी कीर्तन हम सबको आगे बढ़ने की नई प्रेरणा देता

साहिबजादा दिवस के मौके पर पहली बार लखनऊ में मुख्‍यमंत्री आवास पर गुरु ग्रंथ साहब की सवारी पहुंची। वहां उसका स्‍वागत हुआ और फिर गुरुबाणी कीर्तन में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ भी शामिल हुए। इस मौके पर सीएम योगी पूरी तरह भगवामय नज़र आए। भगवा वस्‍त्रों के साथ ही उन्‍होंने भगवा पगड़ी भी पहन रखी थी। सीएम योगी के साथ ही उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी और सिख पंथी गुरुबाणी कीर्तन में शामिल हुए।  इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि गुरुबाणी कीर्तन हम सबको आगे बढ़ने की एक नई प्रेरणा देता है। जब हम सिख धर्म के इतिहास को हम पढ़ते हैं तो इतिहास का वो काल खण्ड जब विदेशियों ने भारत की धर्म और संस्कृति को नष्ट करने का लक्ष्य बना लिया था तब गुरु नानकदेव जी ने भक्ति के माध्यम से जो अभियान शुरू किया, कीर्तन उसका आधार बना। उन्‍होंने कहा कि सत्संग के माध्यम से जो काम गुरु नानक देव जी ने आगे बढ़ाया।

आने वाली पीढ़ियां उस दिशा में आगे बढ़ती रहीं। गुरु गोविंद सिंह जी महाराज तक पहुंचते-पहुंचते भक्ति और शक्ति का एक ऐसा पुंज बना, जिससे पूरी मानवता के कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त हुआ। उन्‍होंने कहा कि इतिहास के गौरवशाली पलों से प्रेरणा लेकर उसके अनुरूप आगे बढ़ना चाहिए। उन पलों से सबक लेना चाहिए। कुछ गलतियों के कारण गुरु पुत्रों को विधर्मियों के हाथों जिस क्रूरता का सामना करना पड़ा, वैसी स्थिति आने वाले समय में किसी के साथ न हो।  उन्‍होंने कहा कि यह दिन हमेशा हम सभी को एक नई प्रेरणा देता है। हिंदू धर्म और संस्कृति की रक्षा करने और भारत को विदेशी आक्रांताओं के अत्याचार से मुक्त करने के लिए गुरु गोविंद सिंह जी के चार-चार पुत्रों ने अपने आपको बलिदान कर दिया। हम सबको एक बात हमेशा याद रखनी होगी कि इतिहास को भुलाकर कर कोई भी व्यक्ति, जाति या कौम कभी आगे नहीं बढ़ सकती है।

आज एक नया इतिहास यहां पर बन रहा है। गुरु गोबिंद सिंह जी ने महज नौ वर्ष की उम्र में अपने पिता गुरु तेग बहादुर जी महाराज को कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए बलिदान देने के लिए प्रेरित करते हैं। उस कालखंड में गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान हिंदुओं की रक्षा करने में सहायक बना था। हम सब गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के चारों पुत्रों और माता गुजरी जी की शहादत के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि लगता है कि गुरुबाणी कीर्तन के साथ हम सबका जुड़ना इस इतिहास को आगे बढ़ा रहा है। गुरुबाणी कीर्तन हम सबको देश और धर्म के प्रति अपने कर्तव्यों का एहसास कराने की एक नई प्रेरणा देता है। 

इस मौके पर मुख्यमंत्री आवास पर पहुंची गुरु ग्रंथ साहब जी की सवारी का अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने स्वागत किया। वहां आयोजित गुरुबाणी कीर्तन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित प्रदेश सरकार के कई मंत्री और सिख पंथी शामिल हुए। साहिबजादा दिवस सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह के चार पुत्रों तथा माता के बलिदान को याद करने के लिए मनाया जाता है। इससे पहले गुरुनानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव पर भी मुख्यमंत्री आवास पर गुरुवाणी कीर्तन और लंगर का आयोजन किया गया था। इसमें योगी आदित्यनाथ के साथ प्रदेश के कई कैबिनेट मंत्री मौजूद रहे थे। 

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