भोपाल न्यूज़ (Bhopal News) मध्‍यप्रदेश

कोरोना ने भाजपा की उपचुनाव की तैयारी पर लगाया ब्रेक

भोपाल। मध्य प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच शिवराज सरकार क्वारेंटीन हो गई है। मुख्यमंत्री और 4 मंत्रियों सहित 6 विधायक कोरोना की चपेट में हैं। कोरोान की मार ने भाजपा की उप चुनाव की तैयारी पर ब्रेक लगा दिया है। भाजपा से सबक लेकर कांग्रेस भी डर गयी है। नेता कार्यकर्ताओं से अब वर्चुअल और ऑनलाइन संपर्क कर रहे हैं।
सीएम शिवराज और चार मंत्रियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अब ये सभी अस्पताल में भर्ती हैं और इनके संपर्क में आए मंत्रियों ने खुद को होम क्वारेंटीन कर लिया है। कृषि मंत्री कमल पटेल और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा इनके संपर्क में आने के कारण क्वारेंटीन हैं, वहीं कुछ मंत्रियों ने रिपोर्ट के इंतजार में खुद को होम क्वारेंटीन कर रखा है। साथ ऐसे भी मंत्री हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज के कोरोना संक्रमित होने के बाद आम लोगों से सीधा संपर्क करना बंद कर दिया है।
कोरोना का डर
प्रदेश में बीते कुछ दिनों में कोरोना का संक्रमण तेजी के साथ बढ़ा है। संक्रमितो का आंकड़ा 30 हजार को पार कर गया है। इसमें इंदौर में सात हजार और भोपाल में 6 हजार से ज्यादा आंकड़ा हो चुका है। अब कोरोना का वायरस आम हो या खास सभी को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। यही कारण है की अब भाजपा और कांग्रेस ने भी कोरोना संक्रमण से बचने के लिए उपाय तलाशने तेज कर दिया है। भाजपा में जहां नेताओं ने अपने आप को घरों में कैद कर लिया है वहीं कांग्रेसी अब एहतियात बरत रही है।
संगठन भी बीमार
यही हाल संगठन का है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा और संगठन मंत्री सुहास भगत के कोरोना संक्रमित होने के बाद पार्टी के कई नेता होम क्वॉरेंटीन हो गए हैं। भाजपा दफ्तर में सन्नाटा है। उपचुनाव को लेकर जिस तेजी से नेता और कार्यकर्ता सक्रिय हो गए थे वो अब सब अपने घरों को लौट गए हैं। नेताओं ने फिलहाल पार्टी कार्यकर्ताओं से दूरी बना ली है।
कांग्रेस ने लिया सबक
भाजपा में कोरोना संक्रमण का हाल देखकर कांग्रेस भी डर गयी है। कांग्रेस ने सबक लेते हुए एहतियात बरतना शुरू कर दिया है। उप चुनाव की तैयारी में लगे पीसीसी चीफ कमलनाथ ने अब मुलाकातों का दौर कम कर दिया है और वर्चुअल बैठक के जरिए पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं से संपर्क कर रहे हैं। उन्होंने पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर चुनाव की रणनीति पर मंथन किया। साथ ही ग्वालियर चंबल संभाग के कांग्रेस में शामिल हुए कार्यकर्ताओं को भी ऑनलाइन सदस्यता दिलाई गई। भोपाल में टोटल लॉक डाउन होने के कारण कमलनाथ ने अब उप चुनाव की रणनीति में बदलाव किया है। वो चुनिंदा नेताओं से ही मुलाकात कर रहे हैं।

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