जेनेवा । विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीके के निर्माण के लिए पूरी दुनिया में भगदड़ मची है। इस भगदड़ में गरीब और कमजोर को रौंद दिया जाएगा। पूरी दुनिया के लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए तत्काल 4.3 बिलियन डॉलर या 4.3 अरब डॉलर (करीब 318 अरब 2 करोड़ रुपये) की जरूरत है। जिनेवा में वचुर्अल सुनवाई डब्ल्यूएचओ प्रमुख बोल रहे थे।
उल्लेखनीय है कि कई देशों ने कोवैक्सीन योजना के रूप में जानी जाने वाली वैश्विक वैक्सीन पर हस्ताक्षर किया है, जिसे डब्ल्यूएचओ और गवी द्वारा स्थापित किया गया है। यह वैक्सीन समूह उन देशों को वैक्सीन की खुराक दिलाएगा, जो इसके आर्थिक बोझ को नहीं उठा सकते हैं। यह अब तक 5 बिलियन डॉलर से काफी दूर है। जिसमें 500 मिलियन यूरो (600 मिलियन डॉलर) जर्मनी ने योगदान दिया है।
उधर, अमेरिकी फार्मास्यूटिकल्स कंपनी मॉडर्ना इंडस्ट्रीज ने पहली बार अपनी कोरोना वैक्सीन की कीमत के बारे में बताया है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) स्टीफन बेंसेल ने कहा कि वैक्सीन के एक डोज की कीमत 25 डॉलर से 37 डॉलर (करीब 1800 रुपये से 2700 रुपये) के बीच होगी। हालांकि कीमत इस बात पर निर्भर करेगी कि कंपनी को कितना बड़ा आर्डर मिला है।
बता दें कि 16 नवंबर को यूरोपीय कमीशन के एक अफसर ने कहा था कि उन्होंने मॉडर्ना की लाखों डोज के लिए कंपनी से डील की है। एक डोज की कीमत 25 डॉलर से कम होगी। इस पर बेंसेल ने कहा कि ऐसी कोई डील नहीं हुई है। हां, इसकी तैयारी जरूर है। हम यूरोप में वैक्सीन भेजना चाहते हैं और इसके लिए बातचीत जारी है। हाल ही में मॉडर्ना ने कहा था कि टेस्टिंग में उसकी वैक्सीन 94.5 फीसद कामयाब रही।
इससे पहले फाइजर ने कहा था कि उसकी वैक्सीन टेस्टिंग 90 फीसद से अधिक कामयाब रही है। फाइजर ने यह वैक्सीन अपनी सहयोगी बायोएनटेक के साथ मिलकर बनाई है। वहीं, रूस के अधिकारियों ने कहा है कि उसकी कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक-5 की कीमत मॉडर्ना और फाइजर की वैक्सीन से कम होगी। हालांकि, अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि स्पुतनिक-5 की कीमत क्या होगी।
Share: