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CWG 2022 : संकेत के बाद अब गुरुराजा ने दिलाया भारत को दूसरा पदक, 269 किग्रा भार उठाकर जीता कांस्य

बर्मिंघम । राष्ट्रमंडल खेलों में शनिवार (30 जुलाई) का दिन भारत के लिए शानदार रहा है। देश को वेटलिफ्टिंग में लगातार दूसरा पदक मिला है। गुरुराजा पुजारी ने 61 किग्रा भारवर्ग में कांस्य पदक(bronze medal) अपने नाम किया। उन्होंने 269 किग्रा भार उठाकर भारत को बर्मिंघम (Birmingham) में दूसरा पदक दिलाया। गुरुराजा का स्नैच में सर्वाधिक स्कोर 118 और क्लीन एंड जर्क में 151 रहा। इस तरह उन्होंने कुल 269 किग्रा का स्कोर किया। पुजारी से पहले 55 किग्रा भार वर्ग में संकेत महादेव सरगर (Sanket Mahadev Sargar) ने रजत पदक अपने नाम किया।

इस स्पर्धा में मलयेशिया (Malaysia) के मुहम्मद अजनिल बिन बिदिन ने स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 285 किग्रा भार उठाया। यह राष्ट्रमंडल खेलों में रिकॉर्ड है। पपुआ न्यू गिनी के बारू मोरिया ने रजत पदक पर कब्जा किया। वह 273 किग्रा भार उठाकर दूसरे स्थान पर रहे। गुरुराजा (Gururaja) तीसरे पायदान पर रहे। उन्होंने इसके लिए कनाडा के सिमार्ड यूरी को हराया। यूरी ने 268 किग्रा भार उठाया। गुरुराजा एक किलो के अंतर से कांस्य जीतने में सफल रहे।



गुरुराजा का प्रदर्शन
स्नैच राउंड: गुरुराजा ने स्नैच राउंड में अपने पहले प्रयास में 115 किलोग्राम वजन उठाया। इसके बाद दूसरे प्रयास में बेहतर प्रदर्शन करते हुए 118 किग्रा भार उठाया। तीसरे प्रयास में वह नाकाम रहे। इस तरह स्नैच राउंड में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 118 किग्रा रहा।

क्लीन एंड जर्क राउंड: स्नैच राउंड में बेहतर प्रदर्शन नहीं करने वाले गुरुराजा के ऊपर क्लीन एंड जर्क राउंड में ज्यादा दबाव था। उन्होंने पहले राउंड में 144, दूसरे में 148 और तीसरे में 151 किग्रा भार उठाया। इस तरह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 151 किग्रा रहा।

राष्ट्रमंडल खेलों में गुरुराजा का दूसरा पदक
29 साल के गुरुराजा का राष्ट्रमंडल खेलों में यह दूसरा पदक है। उन्होंने पिछली बार गोल्ड कोस्ट (2018) में रजत पदक अपने नाम किया था। तब 56 किग्रा भार वर्ग में उन्होंने 249 किलो भार उठाया था। गुरुराजा राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में 2016 में स्वर्ण, 2021 में रजत और 2017 में कांस्य जीत चुके हैं।

गुरुराजा से पहले संकेत ने स्नैच में 113 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 135 किग्रा भार उठाया। इस तरह कुल 248 किग्रा भार उठाकर महाराष्ट्र के इस खिलाड़ी ने रजत पदक जीता था। उन्होंने अंक तालिका में भारत का खाता खोला। संकेत सिर्फ एक किलो के अंतर से स्वर्ण नहीं जीत सके। उनके चोटिल होने का फायदा अनीक को मिला। अगर संकेत चोटिल नहीं होते तो स्वर्ण जीत लेते। श्रीलंका के दिलांका योदागे ने 225 किग्रा भार के साथ कांस्य जीता।

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