नई दिल्ली । एनसीएमसी (NCMC) ने आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों में गंभीर चक्रवाती तूफान निवार (Nivar) की स्थिति का जायजा लिया और राज्यों को जल्द से जल्द हर संभव मदद का आश्वासन दिया. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि कैबिनेट सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (NCMC) ने भी सभी संबंधितों को काम जारी रखने का निर्देश दिया है. एनसीएमसी (NCMC) ने आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चक्रवात निवार की स्थिति की समीक्षा की है.
तीन राज्यों के मुख्य सचिवों, भारत मौसम विज्ञान विभाग के निदेशकों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने NCMC को उनकी तैयारियों के बारे में जानकारी दी और बताया कि किसी भी घटना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. एनडीआरएफ के प्रमुख ने कहा कि अब तक बल की 30 टीमों को तीन राज्यों में तैनात किया गया है, जबकि तत्काल तैनाती के लिए 20 और टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है. बता दें कि एनडीआरएफ की एक टीम में 40 कर्मी होते हैं.
एनसीएमसी के प्रवक्ता ने बताया, ‘एनसीएमसी (NCMC) को यह भी सूचित किया गया है कि तीन राज्यों के लगभग 15 जिलों में चक्रवात की चपेट में आने की आशंका है और समुद्र तट के किनारे रहने वाले कई हजार लोगों को आश्रय गृहों में स्थानांतरित कर दिया गया है. कैबिनेट सचिव ने मुख्य सचिवों को सभी आवश्यक सहायता का आश्वासन दिया और केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से आवश्यक वित्तीय सहायता बुधवार को जारी की जाएगी.
सरकार की ओर से सभी को तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को चक्रवात के दौरान क्या करने और क्या नहीं करने की जानकारी दी जा रही है. उन्होंने लोगों को शांत रहने, अफवाहों पर ध्यान न देने, मोबाइल फोन चार्ज रखने, रेडियो सुनने, क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करने की सलाह दी. इसके साथ ही कहा जा रहा है कि अगर आपका वर्तमान घर सुरक्षित नहीं है तो घर का बिजली का कनेक्शन बंद कर दें और घर छोड़कर सुरक्षित जगह पर चले जाएं.
आईएमडी ने कहा कि चक्रवात निवार (Nivar) को बुधवार (25 नवंबर) देर शाम कराईकल और ममल्लापुरम के बीच एक ‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान’ तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से टकरा सकता है. निवार इस साल बंगाल की खाड़ी में आया दूसरा चक्रवात है. इससे पहले मई में चक्रवात अम्फान (Amphan) ने बंगाल और ओडिशा के कई इलाकों में तबाही मचाई थी.
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