जीवनशैली स्‍वास्‍थ्‍य

दूध के साथ इन चीजों गलती से भी न खाएं, सेहत को पड़ेगा भारी

दूध सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है और यह सच भी है। दूध पीने से शरीर को कई पोषक तत्व (Nutrients) मिलते हैं जो शरीर के विकास में बेहद मदद करते हैं। कई लोग दूध (Milk) के साथ कुछ दूसरी चीजों का भी सेवन करते हैं। आज हम आपको अपनी इस स्टोरी में बताएंगे कि दूध के साथ कौन सी ऐसी खाने की चीजें हैं जो आपको किसी भी हाल में नहीं खानी चाहिए। ऐसा करना आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकती है और आपको बीमार कर सकती है, तो आइए जानते हैं

दूध के साथ न करें इन पांच चीजों की सेवन
दूध और मीट- प्रोटीन (protein) के लिए लोग दूध भी पीते हैं और मीट भी खाते हैं लेकिन इनको साथ भूलकर भी नहीं खानी चाहिए। इससे एलर्जी हो सकती है। इसके अलावा पाचन क्रिया पर भी असर पड़ सकता है।

दूध और केला- कई लोग, खासकर जिम जाने वाले दूध और केले (Bananas) का साथ में सेवन करते हैं। आपको बता दें कि यह सेहत के लिए ठीक नहीं है। दरअसल दूध के साथ केला खाने से शरीर में भारीपन हो जाता है। इतना ही नहीं इससे ब्रेन का काम करना भी धीमा हो सकता है।

दूध और चेरी- मिल्क शेक (milk shake) पीना किसे पसंद नहीं होता। कई लोग मिल्क शेक में जमकर चेरी डाल देते हैं। ऐसा करना आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। आयुर्वेद ने भी इस बात को माना है।



दूध और खट्टे फल-
संतरा, नींबू, ग्रीन एप्पल, इमली, आडू, आवंला, अनानास आदि खट्टे फलों का सेवन दूध के साथ भूलकर भी नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से आपको पाचन संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं।

दूध और दही-
लोग कहते हैं सेहत बनाने के लिए खूब दूध और दही खानी चाहिए। यह सच भी है लेकिन इनको साथ में नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से पेट खराब हो सकता है।

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्‍य सूचना उद्देश्‍य के लिए है इन्‍हें किसी चिकित्‍सक के रूप में न समझें। हम इसकी सत्‍यता की जांच का दावा नही करतें कोई भी सवाल या परेशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें ।

Share:

Next Post

यूपी में बिजली का बकाया बिल वसूलने में 'बिजली सखियों' ने की मदद

Fri Jul 9 , 2021
लखनऊ । उत्तर प्रदेश(UP) बिजली विभाग द्वारा ग्रामीणों से बिजली (Electricity) का बकाया (Outstanding) वसूलने के लिए महिलाओं पर भरोसा करने की पहल रंग ला रही है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत राज्य सरकार की पहल के तहत स्वयं सहायता समूहों (SHG) की ग्रामीण महिलाओं को ‘बिजली सखियों’ (Bijli Sakhis) के रूप में […]