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कोरोना के बाद न करें इन लक्षणों की अनदेखी, अभी से हो जाएं सावधान

नई दिल्‍ली। कोरोना (Corona) के कारण देश में हर दिन हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं। इसके लिए नए वेरिएंट्स को भी जिम्‍मेदार माना जा रहा है। कोरोना की इस दूसरी लहर में लोगों को ऐसा संक्रमण हो रहा है, जिसमें बहुत कम दिन में ही उनकी हालत गंभीर हो जाती है और उन्‍हें बचा पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कुछ लक्षणों (Symptoms) पर गौर करना और उनके होने पर विशेषज्ञों से सलाह लेना बहुत जरूरी है।

ज्‍यादातर कोरोना संक्रमितों को बुखार होता है। सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ के साथ यदि बुखार भी हो तो यह संक्रमण का एक मजबूत संकेत है। एक स्टडी में तकरीबन 40 प्रतिशत कोरोना संक्रमित मरीजों ने सांस में तकलीफ होने की बात कही है। ऐसे में यदि मरीज का ऑक्सीजन लेवल 94 से नीचे गिर जाए तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए और जरूरत पड़ने पर तत्‍काल ऑक्सीजन सपोर्ट लेने के लिए तैयार रहना चाहिए।

यह वायरस हमारे शरीर के हिस्‍सों पर बुरा असर डालता है। इसके कारण ब्‍लड इंफेक्‍शन भी हो सकता है क्‍योंकि कोविड-19 शरीर में रक्त प्रवाह के जरिए ही फैलता है। इसके कारण पल्मोनरी एम्बोलिज्म हो सकता है, यानि कि ब्लड क्लॉट टूटकर फेफड़ों में फैल जाता है। इससे मरीज को सीने में दर्द होता है और फेफड़ों में खून की सप्लाई में समस्‍या पैदा हो जाती है।


ऐसे मरीज जो पहले से ही कार्डिएक डिसीज या कोरोनरी आर्टरी डिसीज से जूझ रहे हैं उन्‍हें अपना खास ख्‍याल रखना चाहिए। कोरोना संक्रमण किसी भी पुरानी बीमारी ट्रिगर कर सकता है और मायोकार्डाइटिस, माएल्जिया समेत कई समस्याओं का कारण बन सकता है। कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों में फेफड़ों से जुड़ी समस्या ज्यादा हो रही हैं। इसी के चलते इस बार डॉक्‍टर चेस्ट एक्स-रे या सीटी स्कैन करवाने की सलाह ज्‍यादा दे रहे हैं, ताकि फेफड़ों में इंफेक्शन के लेवल का पता करके सही इलाज दिया जा सके।

कोविड-19 से संक्रमित कई मरीजों में निमोनिया होने के मामले सामने आए हैं। यह बहुत ही गंभीर होता है और इससे छाती में फ्लूड बढ़ने लगता है। इसके मरीज को रात में ज्यादा दिक्‍कत होती है। कई कोरोना संक्रमित मरीजों को सूखी खांसी भी होती है। यह भी रेस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित करती है। लिहाजा इस लक्षण के सामने आते ही डॉक्‍टर से संपर्क करें क्‍योंकि इसके गंभीर होने पर पसलियों और छाती की गुहाओं के पास मांसपेशियों के टूटने का खतरा हो सकता है।

संक्रमण के कारण सीने में दर्द होने की वजह अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट में इंफेक्शंस होना है। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करें। मरीज को सीने में दर्द के साथ बेचैनी और सांस लेने में दिक्‍कत भी हो सकती है। कोरोना वायरस से संक्रमित हुए मरीजों के सीने में दर्द (Chest Pain) होना बहुत ही सामान्‍य लक्षण है। माइल्ड केसों में भी यह लक्षण आम है। डॉक्टर्स का कहना है कि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। लिहाजा इसकी अनदेखी न करें।

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