कोलकाता। भाजपा महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यंमत्री ममता बनर्जी द्वारा पुरोहितों को भत्ता व हिंदी अकादमी जैसी घोषणाओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब चुनाव आये, तो ममता को पुरोहित और हिंदी भाषी याद आ रहे हैं। यह पूरी तरह से चुनाव झुनझुना है।
विजयवर्गीय ने कहा, “जैसे-जैसे चुनाव आयेंगे, वैसे-वैसे ममता जी घोषणा करती जायेंगी। जिन लोगों और जिन समाजों की पूरे कार्यकाल में उपेक्षा की, जिनका शोषण किया, अब जैसे-जैसे वोट नजदीक आते जायेंगे। उन लोगों को प्रलोभन देने की कोशिश की जायेगी। आज चुनाव आये तो पुरोहित याद आये। चुनाव आ रहे हैं, तो हिंदी भाषी याद आये गये। नहीं तो बाहर के लोग, बाहर के लोग, हमेशा अपमानित करने वाली ममता जी आज वोट के लिए कैसे घुटने टेक रही हैं, यह इसका सबसे अच्छा उदाहरण है ।
उन्होंने कहा, “तुष्टिकरण के आधार पर 30 फीसदी लोगों को सारी सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाकर 70 फीसदी लोगों की उपेक्षा करने वाली मुख्यमंत्री अब लीपापोती करने की कोशिश कर रही हैं। भाजपा का नारा है ‘सबका साथ,सबका विकास’ हमारी सरकार ने केंद्र की योजनाएं चाहे आवास योजना हो, प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना हो या फिर किसान सम्मान निधि हो। सभी वर्ग और जाति और भाषा के लोगों को समान रूप से केंद्रीय योजनाओं का लाभ दिलवाया है। सिर्फ 30 फीसदी लोगों को संरक्षण प्रदान करने वाली ममता जी अब सबको लुभाने का ढोंग कर रही है। अगर ये सारी घोषणा करनी थी, 2011 से अभी तक इन लोगों की याद क्यों नहीं आयी? उन्होंने कहा, “पहले भी हिंदी भाषियों के लिए अकादमी बनायी थी। अभी तक अकादमी को सरकार ने कितना संरक्षण दिया ? कितना पैसा दिया? अभी तक के काम तो बतायें। अब यह अकादमी क्या करेगी? हमें तो यह सिर्फ चुनावी झुनझुना लगता है। (एजेंसी, हि.स.)
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