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कुबेरेश्वरधाम पर उमड़ा आस्था का सैलाब, गुरुवार से शुरू होगा रुद्राक्ष महोत्सव

सीहोर/भोपाल (Sehore/Bhopal)। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा (Chitavlia Hema) स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर (Murli Manohar and Kubereshwar Mahadev Temple) में गुरुवार से रुद्राक्ष महोत्सव (Rudraksh Festival) शुरू हो रहा है। इस महोत्सव (Rudraksh Festival) को लेकर यहां पिछले तीन दिनों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के चेहरे पर आलौकिक चमक है और पूरी आस्था और उत्साह के साथ बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए उमड़ रहे है।



विठलेश सेवा समिति, जिला प्रशासन समिति, शहरवासी, सामाजिक संगठन के अलावा ग्रामीणों ने अतिथि देवो भव के साथ यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की है। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने से कथा स्थल सहित अन्य पंडाल पहले से ही खचाखच भरे हुए हैं। भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में बुधवार को ही भगवान शंकर के रुदाक्षों से सजे शिवलिंग को रखकर रुद्राक्षों का वितरण का क्रम शुरू कर दिया है।

 

यहां दोपहर बाद आरंभ हुए करीब 20 काउंटरों से करीब डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं को क्रम अनुसार वितरण किया। वहीं, गुरुवार को पहले दिन स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य वीआईपी भी शिवमहापुराण का श्रवण करने के साथ पंडित प्रदीप मिश्रा का आशीर्वाद ग्रहण करेंगे। आयोजन को लेकर समिति की ओर से पंडित विनय मिश्रा, समीर शुक्ला, आशीष वर्मा, मनोज दीक्षित मामा, आकाश शर्मा आदि ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

 

इस संबंध में जानकारी देते हुए विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि कुबेरेश्वरधाम मंदिर परिसर में नेपाल से मंगवाए गए रुद्राक्षों से भगवान शिव का छह फीट ऊंचा शिवलिंग बनाया गया है। यहां पंडित प्रदीप मिश्रा सहित बड़ी संख्या में आए पंडितों द्वारा गुरुवार सुबह सात बजे से नौ बजे के मध्य दूध, जल व फलों के रसों से अभिषेक किया जाएगा, इसके उपरांत दोपहर एक बजे से चार बजे तक महाशिवरात्रि शिव महापुराण कथा का शुभारंभ किया जाएगा।

 

रुद्राक्ष महोत्सव को लेकर कुबेरेश्वरधाम सहित आस-पास के क्षेत्र में करीब चार से पांच लाख से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं और गुरुवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। कुबेरेश्वरधाम में महाकुंभ स्तर का विशाल रुद्राक्ष महोत्सव 22 फरवरी तक आयोजित किया जाना है। इसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कानून व शांति व्यवस्था तथा अन्य व्यवस्थाओं के लिए विभिन्न अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। कुबेरेश्वरधाम मेला स्थल पर पर्याप्त पार्किंग के लिए स्थान, वाहनों के आवागमन, बैरिकेटिंग, आने वाले श्रद्धालुओं की बैठक व्यवस्था, पेयजल, शौचालय सहित अन्य समुचित व्यवस्था की गई है।

 

जिला और पुलिस प्रशासन और विठलेश सेवा समिति के द्वारा कुंभमेला स्तर की तैयारियां की गई है। यहां पर कानून व शांति व्यवस्था अन्य व्यवस्थाओं के लिए तथा संपूर्ण व्यवस्था के प्रभारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी सीहोर होंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को समस्त कार्यक्रम के दौरान पर्याप्त मात्रा में एम्बुलेंस मय डॉक्टर टीम व आवश्यक जीवन रक्षक औषधियों व पैरामेडिकल स्टाफ सहित उपलब्ध रखना सुनिश्चित करने को कहा है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि समस्त कार्यक्रम स्थल पर फयर विग्रेड वाहन फायर फाइटर, साफ-सफाई व्यवस्थाएं उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिए हैं। कुबेरेश्वरधाम जाने वाले मार्ग भटोनी जोड़, नापलाखेड़ी जोड़, कथा स्थल आदि सभी चिह्नित स्थानों एवं अन्य स्थानों पर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

 

शहर में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए क्षेत्रवासी ने पूरी तरह लगे हुए पूरे भाव से निस्वार्थ सेवा करने के लिए कई संगठन आगे आए है, जिसके कारण शहर शिवमय हो गया है। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर ने अपनी घोषणानुसार करीब आधा दर्जन से अधिक यात्री बस को लगाया है। बुधवार को एक दिन पहले ही हजारों की संख्या में इन निशुल्क बसों से श्रद्धलुओं को कुबेरेश्वरधाम में पहुंचाया है।

 

शिव भक्तों की अपार आस्था का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता था कि दर्शन के लिए सुबह से शाम तक 2 किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही। कुबेरेश्वरधाम पर रुद्राक्ष महोत्सव में होने के लिए पूरे मध्यप्रदेश, हरियाणा, राजस्थान सहित दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र आदि देश के प्रदेशों से शिव भक्त यहां पहुंच रहे हैं।

 

नेपाल से आए रुद्राक्ष से बनाया शिवलिंग

यह दूसरा वर्ष है जब कुबेरेश्वरधाम पर भव्य आयोजन किया जा रहा है। करीब 50 लाख से अधिक रुद्राक्ष नेपाल से श्रद्धालुओं के लिए मंगवाए गए है। जिनका वितरण कथा स्थल के समीप बनाए गए 20 काउंटरों से आगामी सातों दिन तक 24 घंटे तक जारी रहेगा।

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