नई दिल्ली। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) का नाम पिछले कुछ दिनों से मैदान के बाहर काफी सुर्ख़ियों में बना हुआ है। साहा ने हाल ही में अपने और बीसीसीआई (BCCI) के बीच हुई बातचीत को सार्वजानिक किया था और इसके बाद से इस मामले में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
इसी बीच सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के बड़े भाई और बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव स्नेहाशीष गांगुली ने विकेटकीपर पर निशाना साधा है और कहा कि साहा को बोर्ड अध्यक्ष के साथ हुई बातचीत को सार्वजानिक नहीं करना चाहिए था।
ऋद्धिमान साहा के इस बयान से सौरव गांगुली के भाई स्नेहाशीष गांगुली आग बबूला हुए हैं। बंगाल क्रिकेट संघ के सचिव और सौरव गांगुली के बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली ने कहा है कि ऋद्धिमान साहा ने शायद उनके और चयनकर्ताओं/बीसीसीआई के बीच एक प्राइवेट बातचीत पर सार्वजनिक रूप से टिप्पणी करके गलती की। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के बड़े भाई स्नेहाशीष ने ये भी कहा कि ऋद्धिमान साहा बंगाल टीम से बाहर होने के बजाय रणजी ट्रॉफी खेल सकते थे।
स्नेहाशीष गांगुली कहना है कि यह मेरी निजी राय है, लेकिन मुख्य चयनकर्ता/बीसीसीआई ने उन्हें (साहा) जो बताया वह निजी था. उन्हें शायद इसके साथ सार्वजनिक नहीं होना चाहिए था। साथ ही वो रणजी ट्रॉफी भी खेल सकते थे. उन्होंने बाहर रहने के लिए व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया और हमें इसका सम्मान करना होगा। जब भी वह टीम में शामिल होना चाहते हैं, उनके लिए दरवाजे हमेशा खुले हैं।
वहीं CAB सचिव स्नेहाशीष गांगुली ने कहा कि ये मेरी निजी राय है कि साहा को जो भी बातें बोर्ड या सेलेक्टर्स की ओर से कही गईं, वह निजी ही थीं। ऋद्धिमान साहा के लिए दरवाज़े हमेशा खुले हैं, उन्हें रणजी ट्रॉफी खेलनी चाहिए थी. लेकिन उन्होंने किसी कारणवश स्क्वॉड से अपना नाम वापस ले लिया था। ऋद्धिमान साहा ने हेड कोच राहुल द्रविड़ और बीसीसीआई प्रेसिडेंट सौरव गांगुली को लेकर कहा था, ‘टीम मैनेजमेंट ने मुझसे कहा था कि अब मेरा चयन नहीं होगा, चूंकि मैं अभी तक इंडियन टीम के सेटअप का हिस्सा था, इसलिए इस बारे में बता नहीं सकता था। यहां तक कि कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि मुझे रिटायरमेंट लेने के बारे में सोचना चाहिए. इसके अलावा जब कानपुर टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैंने पेन किलर लेकर नाबाद 61 रन बनाए थे तो दादा (सौरव गांगुली) ने मेरी काफी तारीफ की थी। राहुल द्रविड़ ने व्हाट्सएप पर मुझे मैसेज किया था और बधाई दी थी. उन्होंने यहां तक कहा कि जब तक मैं बीसीसीआई का प्रेसिडेंट हूं तुम्हे चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
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