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संसद में आंकड़े देकर सरकार बोली, देश में आतंकवाद संबंधी हिंसा काफी हद तक काबू में


नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने संसद में कहा है कि देश में आतंकवाद से संबंधित हिंसा को काफी हद तक काबू कर लिया गया है. गृह मंत्रालय की तरफ से लोकसभा में लिखित जवाब में जानकारी दी गई है कि देश के अंदर आतंकवादी हमलों की संख्या में काफी गिरावट आई है. 2018 में जहां 417 आतंकी वारदातें हुई थीं, वहीं 2021 में घटकर ये 229 रह गईं. मंत्रालय ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति में भी काफी सुधार हुआ है. सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय की तरफ से लिखित बयान में कहा गया कि वैश्विक आतंकवादी समूहों के अलावा भारत से शत्रुता रखने वाली कुछ विदेशी एजेंसियां देश के अंदर लोगों को कट्टर बनाने का प्रयास कर रही हैं. हालांकि देश की आबादी की तुलना में कट्टरपंथी विचारधाराओं के प्रति झुकाव की दर काफी कम है. विभिन्न वजहों और सरकार के प्रयासों से भी इसमें कमी करने में मदद मिली है.


जम्मू कश्मीर में 2019 के बाद हुई भर्तियों की जानकारी देते हुए गृह मंत्रालय ने लोकसभा में बताया कि जम्मू कश्मीर सरकार ने 2019 से सार्वजनिक क्षेत्र में 29,806 व्यक्तियों की भर्ती की है. इसके अलावा अगस्त 2019 से जून 2022 तक स्व-रोजगार योजनाओं के जरिए 5.2 लाख व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजित होने का अनुमान है.

सरकार ने राज्यसभा में केरल के गोल्ड स्मगलिंग केस के बारे में भी बताया. गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि त्रिवेंद्रम हवाई अड्डे पर 14.82 करोड़ रुपये मूल्य के लगभग 30 किलो सोने की जब्ती के मामले में केंद्रीय एजेंसियों से जांच कराने का केंद्र को अनुरोध मिला था. मामले की प्रारंभिक जांच से पता चला कि तस्करी के सोने से मिले पैसों का इस्तेमाल भारत में आतंकवाद भड़काने के लिए किया जा सकता है. इस मामले में एनआईए एक्ट 2008 के तहत अनुसूचित अपराध और उनके राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को देखते हुए केंद्र ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से मामले की जांच कराने का निर्देश दिया.

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