नई दिल्ली। भारत सरकार (Indian government) ने नवीन श्रीवास्तव (Naveen Srivastava) को नेपाल का नया राजदूत नियुक्त किया है। वह विदेश मंत्रालय (foreign Ministry) में अतिरिक्त सचिव के पद पर काम कर रहे थे। श्रीवास्तव विदेश मंत्रालय में पूर्वी एशियाई देशों के मामलों को हैंडल करते थे। 2020 में चीन के साथ तनाव बढ़ने के बाद दोनों देशों में सैन्य वार्ताएं करवाने और तनाव को कम करने में उनकी बड़ी भूमिका रही है।
प्रधानमंत्री के नेपाल दौरे के पहले ही भारत ने श्रीवास्तव के नाम को राजदूत के रूप में प्रस्तावित किया था। नेपाल में पीएम मोदी (PM Modi) ने अपने समकक्ष शेर बहादुर देउबा (Sher Bahadur Deuba) से मुलाकात की। दोनों देशों के बीच 6 समझौतों पर हस्ताक्षऱ किए गए जिसमें एक 490 मेगावॉट का हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट भी शामिल है।
बता दें कि श्रीवास्तव विनय क्वात्रा की जगह लेंगे। श्रीवास्तव जिस डिविजन में काम करते थे वह चीन, जापान, नॉर्थ कोरिया, साउथ कोरिया और मंगोलियां के मामलों को देखता है। वहीं नवीन श्रीवास्तव को चीन के मामले में अनुभवी माना जाता है। चीन इन दिनों नेपाल की अर्थव्यवस्था और राजनीति में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में नवीन श्रीवास्तव की भूमिका नेपाल में भी अहम हो सकती है।
नवीन श्रीवास्तव शंघाई में कॉन्सुल जनरल के रूप में भी काम कर चुके हैं। इसके अलावा वह भारत और चीन के बीच सैन्य वार्ता में भी हिस्सा ले चुके हैं। देउबा पिछले महीने तीन दिन के दौरे पर भारत आए थे। पहले कार्यकाल में मोदी भी चार बार नेपाल गए थे। वहीं दूसरे कार्यकाल में यह उनका पहला दौरा था। केपी ओली जब प्रधानमंत्री थे तब भारत और नेपाल के बीच कई विवाद सामने आए थे।
Share: