नई दिल्ली। भारत में ठंड की शुरूआत होते ही अंडों (eggs) की डिमांड बढ़ने लगती है। यही कारण है कि तेजी से बढ़ती डिमांड का फायदा नकली अंडे (fake eggs) का कारोबार करने वाले उठाने लगते हैं। ये नकली अंडे (fake eggs) शरीर को प्रोटीन देने की जगह बेहद खतरनाक असर दिखाते हैं। अगर आप भी जानना चाहते है कि इन नकली (fake eggs)और असली अंडों की पहचान कैसे करें तो यहां कुछ आसान तरीके बताए जा रहे हैं जिसकी मदद से आप इनकी पहचान कर सकते हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो देश में अंडे का कारोबार एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का है और भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा अंडा उत्पादन करने वाला देश है। अंडे के उत्पादन के मामले में अमेरिका टॉप पर है और चीन दूसरे नंबर पर है। सरकार के आंकड़े के अनुसार, 2020-21 में भारत में 122.05 अरब अंडे का उत्पादन हुआ था। भारत में सबसे अधिक अंडे का उत्पादन आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में होता है, जबकि खपत में सबसे आगे तेलंगाना (Telangana tops egg consumption) है।
नकली अंडे का कारोबार
भारत में तेजी से बढ़ती डिमांड का फायदा नकली अंडे (fake eggs) का कारोबार करने वाले उठा रहे है। पिछले कुछ साल में मार्केट में नकली अंडा (Artificial Egg) बेचने के मामले तेजी से बढ़े हैं। अगर आपको नकली और असली अंडे में फर्क पता करना है, तो उसकी चमक पर गौर कीजिए. नकली अंडा असली से अधिक चमकदार होता है। ज्यादातर लोग अंडे की चमक की वजह से भ्रमित हो जाते हैं और उसे ही असली अंडा समझकर खरीद लेते हैं।
बाजार में मिलने वाले या फिर टोकरी वालों से खरीदे गए देसी अंडों को सूंघकर इन गंध से भी पहचाना जा सकता है। अगर इन अंडों में चायपत्ती की खुशबू आए तो समझ जाइए ये मिलावटी व नकली अंडे हैं। अगर आप देसी अंडे की पहचान करना चाहते हैं तो इन पर नींबू का रस डालें। चायपत्ती का रंग आसानी से निकल जाएगा।
असली अंडे
असली अंडे को हाथ में लेकर हिलाने पर किसी भी तरह की आवाज नहीं आती, लेकिन अगर आप नकली अंडे को हाथ में लेकर हिलाते हैं, तो अंदर से किसी चीज की हिलने की आवाज आती है। इसलिए जब भी मार्केट मे अंडा खरीदने जाएं, तो असली और नकली की पहचान करें, क्योंकि नकली अंडा खाने की वजह से आपकी सेहत बिगड़ सकती है।
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