जीवनशैली स्‍वास्‍थ्‍य

पीरियड्स के दौरान ब्लोटिंग की समस्या से हैं परेशान तो आजमाए ये आसान उपाय, मिलेगी राहत

नई दिल्‍ली। पीरियड्स(periods) के दौरान कई महिलाओं को ब्लोटिंग की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसकी वजह से उन्हें पेट में दर्द(stomach ache), ऐंठन और मरोड़ें भी पड़ने लगती हैं. अगर आप भी पीरियड्स के दिनों में इस तरह की समस्याओं से जूझ रही हैं तो कुछ आसान से टिप्स अपना सकते हैं. इस टिप्स की मदद से पीरियड्स में ब्लोटिंग की परेशानियों को दूर किया जा सकता है. आइए जानते हैं कुछ आसान से टिप्स के बारे में-

सही डाइट का चुनाव करें
अगर आपको पीरियड्स के दिनों में काफी ज्यादा ब्लोटिंग (bloating) की परेशानी होती है, तो इस दौरान नमक से दूरी बनाएं. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन दैनिक रूप से 2,300 मिलीग्राम से अधिक नमक न लेने की सलाह देता है. इसके बजाय इस दौरान आप अपने आहार में फलों और सब्जियों (fruits and vegetables) के साथ-साथ अन्य स्वस्थ खाद्य पदार्थ जैसे साबुत अनाज, लीन प्रोटीन, नट्स (Lean Protein, Nuts) और बीज इत्यादि को शामिल करें.

खूब पानी पिएं



पीरियड्स के दौरान खूब पानी पिएं. इससे ब्लोटिंग की परेशानियों से राहत पा सकते हैं. एक्सपर्ट की मानें तो पूरे दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए. खासतौर पर अगर आपको पीरियड्स हैं तो इस दिनों अधिक से अधिक पानी पिएं.

शराब और कैफीन छोड़ें
विशेषज्ञों का मानना ​​है कि शराब और कैफीन दोनों ही ब्लोटिंग और प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) के अन्य लक्षणों को बढ़ावा दे सकते हैं. पीरियड्स के दौरान इन पेय पदार्थों के बजाय अधिक से अधिक पानी पिएं. यदि आपको सुबह कॉफी पीने की आदत है तो चाय का सेवन करें. चाय में कॉफी की तुलना में कम कैफीन होता है.

नोट– उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्‍य सूचना के लिए हैं हम इसकी जांच का दावा नहीं करते हैं. इन्‍हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

Share:

Next Post

किस्‍मत चमका सकते हैं पीपल के पेड़ से जुड़े ये 5 उपाय, देवताओं की बरसेगी कृपा

Wed Aug 3 , 2022
नई दिल्‍ली। सनातन धर्म में प्रकृति से जुड़ी हर चीज़ का अत्यंत महत्व बताया गया है. जिसमें पेड़-पौधे, नदी, फल और फूल-पत्ती शामिल हैं. इनकी सभी की पूजा या फिर पूजा-पाठ(Worship) में उपयोग के बारे में धार्मिक ग्रंथों में जानकारी मिलती है. ऐसे ही पीपल के पेड़ को लेकर भी धार्मिक ग्रंथों में वर्णन है […]