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शरीर में दिखें ये बदलाव तो भूलकर भी न करें इग्‍नोर, हड्डियां कमजोर होने का हो सकता है संकेत

नई दिल्ली। आजकल की बिजी लाइफस्टाइल और खानपान (Lifestyle and food) में लोगों की ओर से बरती जाने वाली लापरवाही के चलते हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं. एक स्वस्थ शरीर के लिए हड्डियों (bones) का मजबूत होना काफी जरूरी होता है. हड्डियों के कमजोर होने का एक मुख्य कारण कैल्शियम की कमी होती है. आजकल के समय में जवान लोगों को भी हड्डियों की समस्या का सामना करना पड़ता है. हड्डियां कमजोर होने पर जोड़ों और मांसपेशियों (joints and muscles) में दर्द का सामना करना पड़ता है और कई बार जोड़ों से चरमराहट की आवाज आने लगती है. आज हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आपको पता लग जाएगा कि आपकी हड्डियां कमजोर होनी शुरू हो गई हैं.

मसूड़े कमजोर होना-
हड्डियों के कमजोर होने से मसूड़ों में दिक्कत होने लगती है. जबड़े की हड्डी दांतों पर पकड़ बनाए रखती है और एक उम्र के बाद अन्य हड्डियों की तरह ये भी कमजोर हो जाती है. जबड़े की हड्डी टूटने से मसूड़े (gums) में से दांत बाहर आने लगते हैं या अलग भी हो सकते हैं. जबड़े कमजोर होने से दांत खराब भी हो सकते हैं.


पकड़ कमजोर होना-
कई स्टडी में हाथों की पकड़ और कलाई, रीढ़ और कूल्हे के हड्डियों के घनत्व के बीच एक संबंध पाया गया है. पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं पर हाल ही में की गई एक स्टडी में पूरे शरीर में हड्डियों के घनत्व को जानने के लिए हाथों की पकड़ की मजबूती सबसे जरूरी फिजिकल टेस्ट माना गया.

कमजोर और टूटते नाखून-
अगर आपके नाखून बार-बार टूटते हैं तो हो सकता है कि आपके शरीर में कैल्शियम और कोलेजन (calcium and collagen) की कमी हो. ये दोनों पोषक तत्व (Nutrients) मजबूत हड्डियों के लिए बहुत जरूरी माने जाते हैं. कमजोर नाखून को एक शुरुआती संकेत के तौर पर देखा जा सकता है जो बताते हैं कि आपके शरीर और हड्डियों को इन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की बहुत जरूरत है.

ऐंठन, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द-
विटामिन डी, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम सहित कुछ विटामिन और मिनरल्स हड्डियों की सेहत के लिए जरूरी होते हैं. इनकी कमी की वजह से शरीर में ऐंठन, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द हो सकता है. अगर शरीर में इन विटामिन और मिनरल्स की लगातार कमी रहती है तो आगे चलकर इससे हड्डियों को नुकसान हो सकता है.

शरीर झुक जाना-
हड्डियों के फ्रैक्चर की वजह से शरीर आगे की तरफ झुकने लगता है. ये कमजोर हड्डियों का शुरुआती लक्षण हो सकता है. बिना ज्यादा भार के अगर आपकी रीढ़ की हड्डी झुक जाती है या खराब तरीके से बैठने की वजह से रीढ़ के आसपास की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं, तो संभव है कि आपकी हड्डियां कमजोर होनी शुरू हो गई हैं.

फिटनेस में कमी-
अगर आपकी फिटनेस में गिरावट आ रही है तो हो सकता है कि आपके बोन मास (हड्डियों के घनत्व) में कमी आ रही हो. स्टडी से पता चला है कि वजन कम करने वाले एक्सरसाइज से हड्डियों को नुकसान कम होता है और ये कैल्शियम और हड्डी बनाने वाली कोशिकाओं के जरिए मजबूत हड्डी बनाते हैं.

दिल का तेजी से धड़कना-
दिल धड़कने की औसतन दर 60 और 100 बीट्स प्रति मिनट के बीच की है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना कि प्रति मिनट 80 बीट्स से अधिक पल्स रेट होने से हिप, पेल्विस और स्पाइन फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है. हृदय गति आपके फिटनेस के स्तर को बताती है.

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्‍य सूचना के लिए हैं हम इसकी जांच का दावा नहीं करते हैं. इन्‍हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

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