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IND vs SA : सूर्या की सेना के सामने कठिन चुनौती, दक्षिण अफ्रीका में टी20 सीरीज नहीं हारा भारत

नई दिल्‍ली (New Delhi) । भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) का दक्षिण अफ्रीका (South Africa) पहुंचने पर पारंपरिक तरीके से स्वागत (Welcome) किया गया। भारत को अपने अभियान की शुरुआत 10 दिसंबर को तीन मैचों की पहले टी-20 मैच से करनी है। यह क्रिकेट का वह प्रारूप है, जहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत सबसे सफल रहा है। भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसके देश में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है, जबकि वनडे में उसने एक सीरीज जीती है। वहीं ,टी-20 में तीन मैचों की एकमात्र सीरीज पर भारत ने कब्जा जमाया है। सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में यह ऐसी टीम है, जिसके किसी भी क्रिकेटर ने दक्षिण अफ्रीका में उसके खिलाफ एक भी टी-20 मैच नहीं खेला है।

दक्षिण अफ्रीका की उछाल भरी पिचें हमेशा भारतीय बल्लेबाजों की परीक्षा लेती रही हैं। यही कारण है कि टेस्ट और वनडे में आठ-आठ सीरीज खेलने के बावजूद भारत को सिर्फ 2017-18 की एक वनडे सीरीज में 5-1 से सफलता मिली है। इसके विपरीत टी-20 में भारत का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अच्छा है। 2018 में वहां तीन मैचों की सीरीज 2-1 से जीतने से पहले दोनों देशों के बीच एक-एक मैच के तीन टी-20 मैच हुए थे। टीम इंडिया दो और अफ्रीकी टीम एक में जीतने में सफल हुई थी।2007 के टी-20 विश्वकप में भी भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराया था। यह विश्व कप महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने जीता था।


सूर्या सफल रहे तो होंगे टी-20 में भविष्य के नियमित कप्तान
सूर्यकुमार यादव टी-20 में 360 डिग्री क्रिकेटर की पदवी पा चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या की गैरमौजूदगी में उन्हें टीम की कमान भी सौंपी गई, जिस पर वह खरे उतरे। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टीम का कप्तान बनाकर बीसीसीआई के चयनकर्ताओं ने यह साफ कर दिया है कि वह टीम के भविष्य के कप्तान हैं। अगले वर्ष टी-20 विश्व कप के बाद रोहित शर्मा का टी-20 के साथ बने रहना मुश्किल होगा।

हार्दिक लगातार चोट की समस्याओं से जूझते रहे हैं, जिसके चलते उन्हें लगातार टीम से अंदर-बाहर रहना पड़ता है। ऐसे में सूर्यकुमार यादव को विकल्प के तौर पर आजमाया गया है। ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट में वह पास हो गए हैं। अगर वह दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट में पास होते हैं तो विश्व कप के बाद टी-20 प्रारूप में उनकी कप्तानी पर मुहर लग सकती है।

विश्व कप के लिए दावा मजबूत करेंगे क्रिकेटर
विश्व कप की तैयारियों को भी ध्यान में रखते हुए यह सीरीज महत्वपूर्ण है। तिलक वर्मा, रिंकू सिंह, विकेट कीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा, रवि बिश्नोई और मुकेश कुमार इस सीरीज के जरिए टी-20 विश्व कप के लिए अपना दावा मजबूत करने की पूरी कोशिश करेंगे। बिश्नोई ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों में नौ विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द सीरीज बने हैं। अगर वह इस सीरीज में भी मारक रहे तो विश्व कप के लिए तीसरे स्पिनर के रूप में उनका दावा बेहद मजबूत हो जाएगा।

तिलक वर्मा और जितेश को मौका मिला और वह सफल हुए तो चयनकर्ताओं को विश्व कप के लिए और ज्यादा विकल्प मिल जाएंगे। रिंकू सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नंबर छह पर फिनिशर की भूमिका को बखूबी अंजाम दिया है। अब दक्षिण अफ्रीका की उछाल भरी पिचों पर उनकी परीक्षा होनी है।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसके देश में भारत
2006-07: भारत 1-0 से जीता।
2007 विश्वकप: भारत जीता।
2010-11: भारत 1-0 से जीता।
2011-12: द. अफ्रीका 1-0 से जीता।
2017-18: भारत 2-1 से जीता।

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