वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) इन दिनों H-1B वीजा धारकों को लेकर एक बयान की वजह से चर्चा में है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को ऐसे कुशल विदेशी कामगारों की जरूरत है। इतना ही नहीं ट्रंप ने यहां तक कहा था कि अमेरिकियों में “कुछ खास प्रतिभाएँ” नहीं होतीं और “लोगों को सीखना होगा”। ट्रंप के इस बयान के बाद कई लोगों को यह लगने लगा था कि राष्ट्रपति को अपनी गलती समझ में आ गई है। ऐसे में हो सकता है कि वीजा धारकों के ऊपर नरम रुख अपनाया जाए। लेकिन अब अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने ट्रंप के इस बयान का बिल्कुल अलग रुख सामने रखा है, जिसके बाद लोग एक बार फिर चिंता में पड़ गए हैं।
अमेरिका में अमेरिकी लोगों के बेरोजगार होने और विदेशी कर्मचारियों के काम करने पर चिंता जताते हुए बेसेंट ने कहा कि प्रशासन इस पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा, “कई ऐसे काम हैं, जिन पर फिलहाल किसी अमेरिकी व्यक्ति की नियुक्ति नहीं की जा सकती। उदाहरण के लिए हमने वर्षों से जहाज नहीं बनाए हैं, सेमीकंडक्टर नहीं बनाए हैं। इसलिए आप जानते हैं कि इन कामों को अमेरिका में करने के लिए हमें विदेशी कामगारों की जरूरत होगी। एक बार वह अमेरिकी लोगों को इसे अच्छी तरह से सिखा देंगे, उसके बाद वह अपने घर लौट जाएंगे।
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