नई दिल्ली (New Delhi)। आतंकवादियों(terrorists) के गढ़ पाकिस्तान (Pakistan)में आम जनता कितनी सुरक्षित है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शनिवार देर अदालत की कार्यवाही (Proceeding)से घर लौट रहे सीनियर जज का हथियारबंद बदमाशों (armed criminals)ने अपहरण(Abduction) कर लिया। घटना के बाद से पुलिस भी सकते में हैं। मामला पाकिस्तान के सबसे अशांत प्रांत खैबर पख्चूनख्वा की बताई जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जज की कार बरामद कर दी गई है, जज का ड्राइवर भी सुरक्षित है। उसे किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। किडनैपर्स जज को अपनी गाड़ी में ले गए। उधर, जज के अपहरण की खबर सुनने के बाद पेशावर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ने इलाके में जजों की सुरक्षा को लेकर आपातकालीन बैठक भी बुलाई है।
मिली जानकारी के अनुसार, पाकिस्तानी जज शकीरुल्लाह मारवात का अफगानिस्तान की सीमा से लगे टैंक और डेरा इस्माइल (डीआई) खान जिले के पास अपहरण कर लिया गया था। डीआई खान पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) मोहम्मद अदनान ने कहा कि घटना बग्वाल नामक गांव में हुई। जज का अपहरण तब किया गया जब वह ड्यूटी से लौटकर डीआई खान के पास जा रहे थे। पुलिस ने कहा कि जज के अपहरण की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के केंद्रीय सूचना सचिव फैसल करीम कुंडी ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर को बुलाकर प्रांत में इस तरह की घटना को जघन्य करार दिया है। उन्होंने पूछा, “(मुख्यमंत्री) को बताना चाहिए कि वह इलाके में शांति की स्थापना के बारे में गंभीर क्यों नहीं हैं और आतंकवादी खुलेआम क्यों हैं।”
कुंडी ने कहा कि जज के अपहरण की खबर से जनता में असुरक्षा की भावना पैदा हो गयी है। इस बीच, मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने अपहृत जज की सुरक्षित बरामदगी के लिए निर्देश जारी किये हैं> उन्होंने कहा कि मारवत की बरामदगी के लिए आपातकालीन उपाय किए जाने चाहिए और इस कार्य के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग किया जाना चाहिए। गंडापुर ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि अपहरण में शामिल तत्व न्याय से बच नहीं सकते।
उधर, पेशावर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति इश्तियाक इब्राहिम ने दो अन्य न्यायाधीशों के साथ प्रांत में वरिष्ठ न्यायाधीशों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। बैठक में सूबे के अतिरिक्त मुख्य सचिव और पुलिस महानिरीक्षक अख्तर हयात खान गंडापुर शामिल हुए. सचिव गृह आबिद मजीद ने बैठक की जानकारी दी। जिला प्रशासन को न्यायाधीश की समय पर बरामदगी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
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