व्‍यापार

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अवतार में आए ‘महाराजा’, एयर इंडिया के लिए अब करेंगे ये काम

नई दिल्ली: विमानन कंपनी एअर इंडिया और महाराजा का साथ बरसों पुराना है. महाराजा दशकों से एअर इंडिया की पहचान के साथ जुड़े हुए हैं. विमानन कंपनी इस कनेक्शन को अब एक नया आयाम दिया है. एअर इंडिया के महाराजा को अब नए कलेवर में उतारा गया है.

महाराजा का ये नया अवतार
टाटा समूह की विमानन कंपनी ने जेनरेटिव एआई वर्चुअल एजेंट लॉन्च किया है, जिसे महाराजा एआई नाम दिया गया है. इसके साथ ही एअर इंडिया दुनिया की पहली ऐसी विमानन कंपनी भी बन गई है, जिसने अपना जेनरेटिव एआई वर्चुअल एजेंट लॉन्च किया है. कंपनी ने बताया है कि महाराजा एआई माइक्रोसॉफ्ट की एज्यूर ओपन एआई सर्विस से पावर्ड है.

मार्च में ही शुरू हुई थी टेस्टिंग
एअर इंडिया ने बताया है कि उसने इस प्रोजेक्ट की टेस्टिंग मार्च 2023 में शुरू की थी. कंपनी का दावा है कि नए अवतार में महाराजा ने अब तक 5 लाख से ज्यादा ग्राहकों के सवालों को हैंडल किया है. अभी महाराजा अपने एआई अवतार में हर रोज चार भाषाओं हिन्दी, अंग्रेजी, फ्रेंच और जर्मन में 6 हजार से ज्यादा सवालों को हैंडल कर रहे हैं.


ऐसी क्वैरीज को कर रहे हैं हैंडल
महाराज एआई को इस तरह से ट्रेन किया गया है कि वह फ्लाइट स्टेटस, बैंगेज एलॉवेंस, पैकिंग रिस्ट्रिक्शंस, चेक-इन-प्रोसिडर, फ्रीक्वेंट फ्लायर अवार्ड, एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस, फ्लाइट चेंज और रिफंड समेत 1,300 प्रकार की क्वैरीज को हैंडल कर सके. महाराजा को अभी हर रोज जो 6 हजार से ज्यादा सवाल मिल रहे हैं, उनमें से 80 फीसदी मामलों में ग्राहकों को सेकेंड के भीतर जवाब मिल जा रहा है.

कंपनी-ग्राहकों का बच रहा समय
एअर अंडिया का कहना है कि 15 फीसदी मामलों में एअर इंडिया को अतिरिक्त मदद की जरूरत पड़ती है. ऐसे मामलों में महाराजा अतिरिक्त मदद की जरूरत की खुद की पहचान करते हैं और ग्राहकों की क्वैरी को एअर इंडिया के कॉन्टैक्ट सेंटर एजेंट के पास भेज देते हैं. इससे विमानन कंपनी और उसके ग्राहकों दोनों को सहूलियत हो रही है और उनका बहुमूल्य समय बच रहा है.

Share:

Next Post

जो बाइडेन और शी जिनपिंग सैन फ्रैंसिस्को में करेंगे मुलाकात, जानें किन मुद्दों पर होगी चर्चा

Sat Nov 11 , 2023
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग 15 नवंबर में सैन फ्रैंसिस्को में मुलाकात कर सकते हैं. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, इस मुलाकात के दौरान इजरायल-हमास जंग, यूक्रेन-रूस जंग और ताइवान को मिल रही अमेरिकी मदद को लेकर होगी. ताइवान में अगले साल चुनाव होने हैं और चीन इस बैठक […]