नई दिल्ली (New Delhi)। महाशिवरात्रि (Mahashivratri) हिंदुओं का बड़ा पर्व माना जाता है। महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के दिन भक्त भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा-अर्चना (Special Worship) करते हैं। पूरे विधि विधान से उपासना करने वालों को भोले बाबा का आशीर्वाद जरूर मिलता है।
जानकारी के लिए बता दें कि इस बार 18 फरवरी को महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का पर्व मनाया जा रहा है । मान्यता है कि महाशिवरात्रि (Mahashivratri)के दिन भगवान शिव का मां पार्वती से विवाह हुआ था। महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान शिव की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में समृद्धि आती है एवं दांपत्य जीवन में आने वाले सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है।
पुराणों में कहा गया है कि शिव की पूजा चाहे जैसे करें, वो अपने भक्तों पर बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान की प्रसन्नता से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं, दरिद्रता से मुक्ति मिल सकती है। इसलिए सभी देवी-देवताओं की नियमित पूजन करनी चाहिए । इनमें शिवजी का विशेष स्थान है।
शिवपुराण के अनुसार, इस संपूर्ण सृष्टि की रचना शिवजी की इच्छा से ही ब्रह्माजी ने की है। महादेव की पूजा से सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और कुंडली के ग्रह दोष भी शांत हो जाते हैं। इसलिए महाशिवरात्रि के दिन इन वस्तुओं को चढ़ा कर आप शिव कृपा के पात्र हो सकते हैं।
महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें
जल, दूध, दही, शहद, घी, शकर, ईत्र, चंदन, केशर, भांग (विजया औषधि) इन सभी चीजों का शिवपूजन में इस्तेमाल करने से भोले बाबा खुश होते हैं। ज्योतिषाचार्य के अनुसार इन सभी चीजों को एक साथ मिलाकर या एक-एक चीज से शिवजी को स्नान करवा सकते हैं। शिवपुराण में बताया गया है कि इन चीजों से शिवलिंग को स्नान कराने पर सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं। स्नान करवाते समय ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करना चाहिए।
इन चीजों को चढ़ाने से मिलने वाला फल
- मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाने से हमारा स्वभाव शांत होता है। आचरण स्नेहमय होता है।
- शहद चढ़ाने से हमारी वाणी में मिठास आती है।
- दूध अर्पित करने से उत्तम स्वास्थ्य मिलता है।
- दही चढ़ाने से हमारा स्वभाव गंभीर होता है।
- शिवलिंग पर घी अर्पित करने से हमारी शक्ति बढ़ती है।
- ईत्र से स्नान करवाने से विचार पवित्र होते हैं।
- शिवजी को चंदन चढ़ाने से व्यक्तित्व आकर्षक होता है। समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है।
- केशर अर्पित करने से हमें सौम्यता प्राप्त होती है।
- भांग चढ़ाने से हमारे विकार और बुराइयां दूर होती हैं।
- शकर चढ़ाने से सुख और समृद्धि बढ़ती है।