कोरोना काल में संसद के मानसून सत्र का आज पहला दिन है. इस दौरान विपक्ष ने सत्र से प्रश्नकाल हटाए जाने का मुद्दा उठाया. इसी कड़ी में AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार के इस फैसले को संसद के लोकतंत्र की हत्या करार दिया है.
हालांकि, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि यह फैसला लेने से पहले सभी दलों की सहमति ली गई थी. बावजूद इसके कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और AIMIM के सांसदों ने फैसले का विरोध किया.
ANI न्यूज एजेंसी के मुताबिक, असदुद्दीन ओवैसी ने प्रश्नकाल को खत्म करने के मुद्दे पर विभाजन की मांग की, जिसे लोकसभा स्पीकर ने नकार दिया. इतना ही नहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी विपक्ष को यह कह कर चुप कराने की कोशिश की कि उन्होंने भी इस मुद्दे पर कई नेताओं से बात की थी.
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