भोपाल। मध्य प्रदेश से मानसून विदा हो रहा है। राजधानी भोपाल मे मौसम पूरी तरह से साफ है। दिन भर धूप निकलने के साथ हल्की ठंड का एहसास हो रहा है। हालांकि वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम बंगाल व ओडिशा के तट पर पर बना है, जिसके कारण पूर्वी मप्र में बारिश हो रही है। वही इसके प्रभाव से मानसून की वापसी से पहले आने वाले एक दो दिनों में इंदौर और भोपाल समेत कई जिलों में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग की माने तो अगले चौबीस घंटे में रीवा, जबलपुर और शहडोल संभाग के साथ साथ प्रदेश के आधा दर्जन जिलों में बारिश के आसार है, बाकी जिले शुष्क रहेंगे।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम बंगाल व ओडिशा के तट पर पर बना है। इसके कारण पूर्वी मप्र में बारिश हो रही है। इस सिस्टम के आगे बढऩे पर सात अक्टूबर को पश्चिमी मप्र में कई स्थानों पर बरसात होगी। आठ अक्टूबर को राजधानी में भी गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पडऩे की संभावना है। मानसून 10 अक्टूबर के बाद प्रदेश से विदाई ले लेगा। आने वाले 4 से 5 दिनों में भोपाल में जाते हुए बादल बारिश करके जाएंगे। इंदौर में 7 अक्टूबर और भोपाल में 8 अक्टूबर को हल्की बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार अक्टूबर के दूसरे-तीसरे सप्ताह तक प्रदेश भर से मानसून की विदाई हो जाएगी। गुजरात में बने चक्रवात के कारण हल्के हल्के बादल छाए रहेंगे। रात को मौसम ठंडा बना रहेगा, हालांकि ठंड की शुरुआत 15 नवंबर के बीच होगी और दिसंबर के मध्य या तीसरे हफ्ते में कोल्ड डे की शुरुआत हो जाएगी। चौथे सप्ताह में शीत लहर चलना शुरू हो जाएगी।
इन जिलों में गरज चमक के साथ बौछारों के आसार रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों। गरज के साथ बिजली चमकने की संभावना रीवा और शहडोल संभागों जिलों में ,कटनी, जबलपुर जिले में भी।