वाशिंगटन। दुनिया के सबसे अमीर उद्यमी (World’s Richest Entrepreneurs) और टेस्ला-स्पेसएक्स (Tesla-SpaceX) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) ने अमेरिकी राजनीति (American Politics) में एक नए भूचाल का संकेत दिया है। मस्क ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) के महत्वाकांक्षी “वन बिग ब्यूटीफुल बिल” के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया देते हुए एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने की बात कही है। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम “अमेरिका पार्टी” रखने के संकेत दिए हैं। यह बयान तब आया जब मस्क ने राष्ट्रपति ट्रंप के इस बिल को “पागलपन भरा खर्च” और “कर्ज गुलामी” करार दिया।
मस्क और ट्रंप के बीच बढ़ती तल्खी
कभी राष्ट्रपति ट्रंप के करीबी सहयोगी रहे मस्क और ट्रंप के बीच अब तीखी नोकझोंक देखने को मिल रही है। मस्क ने हाल ही में ट्रंप के इस बिल की आलोचना करते हुए इसे “आर्थिक रूप से आत्मघाती” और “पुराने उद्योगों को बढ़ावा देने वाला” बताया। दूसरी ओर, ट्रंप ने मस्क पर पलटवार करते हुए कहा कि मस्क को मिलने वाली इलेक्ट्रिक वाहन सब्सिडी को खत्म किया जा सकता है, और बिना सरकारी मदद के उनकी कंपनियां बंद हो सकती हैं। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “एलन को लंबे समय से पता था कि मैं इलेक्ट्रिक वाहन जनादेश के खिलाफ हूं। बिना सब्सिडी के उन्हें शायद दुकान बंद कर साउथ अफ्रीका लौटना पड़ सकता है।”
‘अमेरिका पार्टी’ का विचार
मस्क ने अपने सोशल मीडिया मंच X पर 1 जुलाई को लिखा, “यदि यह पागलपन भरा खर्च बिल पास होता है, तो अगले ही दिन ‘अमेरिका पार्टी’ का गठन कर दिया जाएगा। हमारे देश को डेमोक्रेट-रिपब्लिकन यूनिपार्टी से एक विकल्प चाहिए ताकि लोगों की आवाज वास्तव में सुनी जाए।” उन्होंने इस बिल को “पोर्की पिग पार्टी” की संज्ञा दी, जिसका मतलब है कि यह बिल अनावश्यक सरकारी खर्च को बढ़ावा देता है। मस्क ने यह भी धमकी दी कि जो रिपब्लिकन सांसद इस बिल का समर्थन करेंगे, उनके खिलाफ वह अगले साल प्राइमरी चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारेंगे।
4 जुलाई को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मस्क ने X पर एक पोल शुरू किया, जिसमें उन्होंने पूछा, “क्या हमें दो दलों (कुछ लोग इसे यूनिपार्टी कहते हैं) के सिस्टम से आजादी चाहिए? क्या हमें ‘अमेरिका पार्टी’ बनानी चाहिए?” इस पोल ने अमेरिकी जनता और राजनीतिक विश्लेषकों के बीच एक नई बहस को जन्म दिया है।
इस दौरान एक यूजर ने लिखा, “”एलन द्वारा तीसरी पार्टी शुरू करना टेस्ला और स्पेसएक्स के समान है। सफलता की संभावना कम है, लेकिन यदि सफल रहा तो यह खेल को पूरी तरह से बदल देगा।” इस पर एलन मस्क ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे 100 फीसदी सही बताया।
क्या तीसरी पार्टी वास्तव में मुमकिन है?
मस्क का तीसरी पार्टी बनाने का विचार नया नहीं है, लेकिन इसे लागू करना बेहद चुनौतीपूर्ण है। अमेरिका का दो दलीय सिस्टम लंबे समय से राजनीति पर हावी रहा है, और इतिहास में तीसरी पार्टी के सफल होने के उदाहरण दुर्लभ हैं। 1992 में रॉस पेरोट की रिफॉर्म पार्टी ने 19% वोट हासिल किए थे, लेकिन वह एक भी राज्य नहीं जीत सकी। विश्लेषकों का मानना है कि मस्क की प्रस्तावित “अमेरिका पार्टी” को सफल होने के लिए भारी संसाधनों और संगठनात्मक ढांचे की जरूरत होगी। फिर भी, एक हालिया सर्वे में पाया गया कि करीब 40% अमेरिकी मस्क की तीसरी पार्टी का समर्थन कर सकते हैं, जो मौजूदा डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दलों के प्रति बढ़ते असंतोष को दर्शाता है।
अमेरिका में किन दो दलों का है दबदबा?
अमेरिका में दो प्रमुख पार्टियां डेमोक्रेटिक पार्टी और रिपब्लिकन पार्टी का प्रभुत्व है। ये दोनों पार्टियां दशकों से देश की राजनीति पर हावी रही हैं और अधिकांश मतदाताओं, संसाधनों और मीडिया का ध्यान इन्हीं पर केंद्रित रहता है।
क्या कोई तीसरी पार्टी बना सकता है?
हां, कोई भी तीसरी पार्टी बना सकता है, और अमेरिका में कई छोटी पार्टियां जैसे लिबरटेरियन पार्टी, ग्रीन पार्टी, और अन्य मौजूद हैं। लेकिन तीसरी पार्टी का प्रभावी होना बहुत मुश्किल है क्योंकि: अमेरिका में “विजेता-सब कुछ लेता है” प्रणाली है, जो दो-पक्षीय प्रणाली को बढ़ावा देती है। आनुपातिक प्रतिनिधित्व की कमी के कारण छोटी पार्टियों को जीतना मुश्किल होता है। प्रत्येक राज्य में मतपत्र पर जगह पाने के लिए कठिन नियम हैं, जैसे हस्ताक्षर जुटाना, जो छोटी पार्टियों के लिए महंगा और समय लेने वाला है। इसके अलावा, डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टियों के पास विशाल धन, संगठन और स्थापित समर्थन आधार है, जिसका मुकाबला करना नई पार्टी के लिए चुनौतीपूर्ण है। कई मतदाता तीसरी पार्टी को वोट देने से हिचकते हैं, क्योंकि इसे “वोट बर्बाद करना” माना जाता है, खासकर जब वे किसी प्रमुख पार्टी के करीब होते हैं।
हालांकि, इतिहास में तीसरी पार्टियां कभी-कभी प्रभावशाली रही हैं, जैसे 1992 में रॉस पेरो की इंडिपेंडेंट उम्मीदवारी, जिसने 19% वोट हासिल किए। एक तीसरी पार्टी को सफल होने के लिए मजबूत नेतृत्व, व्यापक अपील, और पर्याप्त संसाधनों की जरूरत होती है, लेकिन मौजूदा व्यवस्था इसे बहुत कठिन बनाती है।
सार्वजनिक और सोशल मीडिया प्रतिक्रियाएं
मस्क के इस बयान ने X पर व्यापक चर्चा छेड़ दी है। एक यूजर ने लिखा, “मस्क अब सिर्फ रॉकेट नहीं उड़ा रहे, वह सिस्टम को भी चुनौती दे रहे हैं।” एक अन्य ने टिप्पणी की, “यदि मस्क नई पार्टी बनाते हैं, तो यह भारत की तरह तीसरे मोर्चे की तरह हो सकता है, जो बड़े दलों पर नियंत्रण रखे।” हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि मस्क का यह बयान सिर्फ प्रचार पाने का तरीका हो सकता है, क्योंकि उनके कई बयान पहले भी केवल घोषणाओं तक सीमित रहे हैं।
मस्क और ट्रंप के बीच यह तनातनी 2026 के मध्यावधि चुनावों को प्रभावित कर सकती है। मस्क की धमकी कि वह रिपब्लिकन सांसदों के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारेंगे, पार्टी के भीतर पहले से मौजूद दरार को और गहरा सकती है। दूसरी ओर, ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया है कि वह मस्क के साथ अपने रिश्ते को सुधारने में रुचि नहीं रखते।
क्यों विवादित है ट्रंप का बिल?
“वन बिग ब्यूटीफुल बिल” ट्रंप की दूसरी पारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें 2017 के टैक्स कट्स को स्थायी करने, रक्षा और सीमा सुरक्षा के लिए बड़े पैमाने पर फंडिंग, और स्वास्थ्य सेवा व खाद्य सहायता कार्यक्रमों में कटौती जैसे प्रावधान शामिल हैं। इस 940 पेज के बिल को डेमोक्रेट्स और कुछ रिपब्लिकन सांसदों ने भी आलोचना का निशाना बनाया है, जो इसे अमीरों को लाभ पहुंचाने वाला और मध्यम-निम्न आय वर्ग के लिए हानिकारक मानते हैं। मस्क का कहना है कि यह बिल भविष्य के उद्योगों को नुकसान पहुंचाएगा और राष्ट्रीय ऋण को 3.3 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ा सकता है, जैसा कि कांग्रेसनल बजट ऑफिस ने अनुमान लगाया है।
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