
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच टेंशन बढ़ती जा रही है। डिप्लोमेटिक (Diplomatic) के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ इकोनॉमिक स्ट्राइक (Economic Strike) की। भारत सरकार ने पाकिस्तान के विदेशी फंड रोकने के लिए नया दांव चला है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एशियाई विकास बैंक (ADB) के चेयरमैन मसातो कांडा से मुलाकात की।
एशियाई विकास बैंक (ADB) की बैठक के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस वक्त इटली के मिलान में मौजूद हैं, जहां उन्होंने ADB के प्रमुख मसातो कांडा से पाकिस्तान को दी जानी वाली फंडिंग को रोकने के लिए भेंट की। भारत ने दलील दी कि ADB जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं का पैसा पाकिस्तान अपने आतंकी प्रोजेक्ट्स पर खर्च कर रहा है। एशियाई विकास बैंक ने पाकिस्तान को साल 2024 तक लोन और अनुदान के तौर पर 9.13 बिलियन डॉलर की राशि दी है।
भारत ने साफ कहा कि पाकिस्तान आतंकियों को संरक्षण और बढ़ावा देता है, इसलिए उसे आर्थिक फंड नहीं दिया जाना चाहिए। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति दयनीय है, इसलिए दुनिया के कई बैंक जैसे ADB और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की ओर से उसे अरबों डॉलर की मदद की जाती है। विकास, जलवायु परिवर्तन से लड़ने, सड़कें बनाने, बिजली जैसे क्षेत्रों में डेवलपमेंट के लिए मदद की जाती है।
साथ ही भारत 9 मई को होने वाली आईएमएफ की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ आपत्ति जताएगा। आईएमएफ की बैठक में पाकिस्तान को 1.3 बिलियन डॉलर की मदद देने पर विचार विमर्श होगा। इसी क्रम में वित्त मंत्री कई यूरोपीय देशों के नेताओं से मिल रही हैं। भारत चाहता है कि आतंकी कास्तानियों के मद्देनजर पाकिस्तान को फिर से FATF की ग्रे लिस्ट में डाला जाए और उसके लिए अलग स्तर पर प्रयास चल रहे हैं।
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