वॉशिंगटन । अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा (Former US President Barack Obama) ने कहा है कि अब समय आ गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यह स्वीकार कर लें कि वह डेमोक्रेट प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन से हार चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब चुनाव के परिणामों में बदलाव आने की कोई गुंजाइश नहीं है। ट्रंप को 232 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिले।
बतादें कि ट्रंप ने अभी राष्ट्रपति पद पर हार स्वीकार नहीं करते हुए पेंसिलवेनिया, नेवादा, मिशिगन, जॉर्जिया और एरिजोना में चुनाव के परिणामों को चुनौती दी है। साथ ही विस्कॉन्सिन में दोबारा मतगणना की मांग की है। ट्रंप का आरोप है कि इन सभी प्रांतों में चुनाव के दौरान गड़बड़ी हुई हैं। बाइडन को 538 इलेक्टोरल कॉलेज वोट में से 306 वोट मिले जो आवश्यक संख्या 270 से बहुत अधिक है।
दरअसल यहां सीबीएनएस न्यूज को दिए साक्षात्कार में जब ओबामा से पूछा गया कि क्या यह वक्त ट्रंप के हार स्वीकार कर लेने का है तो उन्होंने कहा, ‘निश्चित ही।’ इस कार्यक्रम का प्रसारण रविवार को हुआ। ओबामा ने कहा, ‘मेरा मानना है कि चुनाव के एक या दो दिन बाद ही उन्हें हार स्वीकार कर लेनी चाहिए थी। अगर आप आंकड़ों पर नजर डालेंगे तो पाएंगे कि जो बाइडन ने आसान जीत दर्ज की है।
प्रांतों के परिणामों में बदलाव आने की कोई संभावना नहीं है जिससे कि चुनाव परिणाम का नतीजा पलट सके।’ ओबामा ने आरोप लगाया कि व्हाइट हाउस आगामी बाइडन प्रशासन के लिए सामान्य कोष और सुविधाएं जारी करने से इन्कार कर रहा है। चुनाव में जीते बाइडन को गोपनीय सुरक्षा जानकारियां नहीं दी जा रही हैं, जैसे ट्रंप को दी जाती थी जब वह निर्वाचित राष्ट्रपति थे।
बराक ओबामा ने कहा है कि इस बार हुए चुनाव ने ना केवल राजनेताओं को बल्कि मतदाताओं को भी विभाजित किया है। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह है कि लोगों की प्राथमिकता में मुद्दों पर चर्चा के बजाय एक-दूसरे को नीचा दिखाना है इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि जनता को मुद्दों के बारे में बेहतर तरीके से पता चल सके, इसके लिए मीडिया और तकनीकी कंपनियों के साथ मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा, ‘मीडिया परिदृश्य बदलने के चलते मतदाताओं की धारणा भी बदल गई है। मुझे लगता है कि डेमोक्रेट और रिपब्लिक मतदाता बहुत अधिक पक्षपाती हो गए हैं।’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्वीकार किया कि देश बहुत विभाजित है।
Share: