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हार्ट को बीमारी मुक्त बनाने के लिए सिर्फ ये 4 पावरफुल योग ही काफी, इसके बाद बेहिसाब फायदे

November 20, 2025

नई दिल्‍ली । योग (sum)में इतनी शक्ति है कि इसे करने से हार्ट का ब्लॉकेज (blockage)भी हट सकता है. अब यह बात रिसर्च में भी प्रमाणित (certified)हो चुका है. यदि आप एक्सपर्ट (expert)की निगरानी में योगाभ्यास (yoga practice)करेंगे तो निश्चित रूप से इसके कई बेहिसाब फायदे तो मिलेंगे ही हार्ट से संबंधित कई बीमारियों का स्वतः ही इलाज हो जाएगा और इसके लिए दवा की भी जरूरत नहीं होगी. योग से हार्ट के मसल्स मजबूत होते हैं. योग को करना भी बेहद आसान है. एक बार सीख लिया तो हमेशा के लिए आप इसे कर सकते हैं. तो आइए जानते हैं कि वे कौन से योगाभ्यास है जिन्हें करने से हार्ट से संबंधित दिक्कतों का नाश होता है.


 

1.सेतुबंध योगाभ्यास या बृज पोज- सेतुबंध का मतलब ही होता है पुल को बांधना. यानी ब्रिज पोज में आपको पुल की तरह पोज बनाना होता है. इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और अपने दोनों घुटनों को धीरे-दीरे मोड़ें और दोनों हाथों को सामने की ओर रखें. फिर एड़ी के सहारे हिप्स को उपर उठाएं. इससे पेट और रीढ़ की हड्डी उपर उठ जाएगी. आपका भार नीचली रीढ़ पर होना चाहिए. धीरे-धीरे सांस छोड़े और फिर फर्श पर सहज होकर लेट जाएं. यह क्रिया क्षमतानुसार दोहराएं. इस ब्रिज पोज से हार्ट के मसल्स पर दबाव पड़ता है जिससे यह मजबूत बनता है. ब्रिज पोज से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और हार्ट के मसल्स में लचीलापन बढ़ता है. इस योग को राजना करने से पेट, कमर और हिप्स की चर्बी को भी खत्म किया जा सकता है.

 

2.चेयर पोज योगाभ्यास- यह योगाभ्यास हार्ट को मजबूत बनाने के लिए किया जाता है. इसके साथ ही इससे कंधा और पसलियां में लचीलापन आता है. इस अभ्यास के लिए सूर्य नमस्कार की मुद्रा में खड़े हो जाएं. फिर हाथों को उपर ले जाएं. अब अपने शरीर को धीरे-धीरे चेयर पर बैठने की मुद्रा में लाएं. जिस तरह आप कुर्सी पर बैठते हैं उतना तक हिप्स को झुकाएं और कुछ समय के लिए बिना किसी सहारे ऐसे ही रहें. फिर वापस सहज मुद्रा में आ जाएं. 30 से 60 सेकेंड का यह अभ्यास रोजाना करें. हार्ट के मसल्स को जबरदस्त फायदा मिलेगा.

 

3.पादहस्तासन (Padahastasana)- यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग मेडिसीन के मुताबिक पादहस्तासन हार्ट को मजबूत बनाता है. इसे करना भी बहुत आसान है. इसमें पहले सीधा खड़ा होना होता है और फिर धीरे-धीरे सीधी मुद्रा में झुककर पैर के अंगूठे को छूना होता है. इस योग को करने से हार्ट के मसल्स में मजबूती आती है. यह योगाभ्यास रीढ़, हैमस्ट्रिंग, कंधा और कमर के स्ट्रेच को खोल देता है जिससे मसल्स में मजबूती आती है. Image: Canva

4.त्रिकोणासन (Trikonasana)- पादहस्तासन करने के बाद त्रिकोणासन करना चाहिए. इसके लिए अपने दोनों पैर को 3-4 फीट की दूरी पर रखें. इसके बाद बाएं पैर को लगभग 45 डिग्री दाएं घुमाएं. अपने दाहिने पैर को 90 डिग्री पर रखें. अपने बाएं कूल्हे को वापस अपनी बाईं एड़ी की ओर ले जाएं और अपने धड़ को दाईं ओर झुकाएं. अपने बाएं हाथ को नीचे, दाहिने पैर के बाहर और दाहिने पिंडली को फर्श तक पहुंचाएं. इसके बाद रिलेक्स होकर श्वास छोड़े. कुछ देर इस स्थिति में रहने के बाद दोबारा सहज हो जाएं. यह योगाभ्यास हार्ट की सहनशक्ति को बढ़ाता है और मसल्स को मजबूत करता है.

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