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केरल में PM मोदी ने किया था 10 सीटें जीतने का दावा, BJP ने पहली सूची में इन 12 उम्मीदवारों पर लगाया दांव

तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) । पिछले दो महीने में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) तीन बार केरल (Kerala) की यात्रा कर चुके हैं. तिरुवनंतपुरम में उन्होंने बहुत बड़ा दावा किया था कि आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में केरल में भाजपा (BJP) दोहरे अंक में सीटें जीतेगी. मतलब कम से कम 10 सीटें बीजेपी यहां जीत सकती है. इस बीच शनिवार को भाजपा ने लोकसभा के 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. इसमें केरल के 12 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है.

इसमें से सिर्फ एक मुस्लिम उम्मीदवार अब्दुल सलाम को मलप्पुरम से टिकट दिया गया है. उनका नाम चर्चा में आ गया है. इसके अलावा कुछ अन्य उम्मीदवारों ने नाम भी चर्चा में आ गए हैं. आइए जानते हैं केरल में किस लोकसभा सीट पर किसे टिकट दिया गया है और उनका कैसा है प्रोफाइल…

अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी को त्रिशूर से भाजपा ने उतारा
केरल के कठिन राजनीतिक माहौल में पैठ बनाने के प्रयास में भाजपा ने अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी त्रिशूर से टिकट दिया है. साल 2016 में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत प्रतिष्ठित नागरिकों की श्रेणी में भारत के राष्ट्रपति द्वारा नामित होने के बाद गोपी ने राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ ली थी.

बाद में अभिनेता ने 2019 के लोकसभा चुनाव में त्रिशूर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा. मगर, कांग्रेस और सीपीआई उम्मीदवारों के बाद वह तीसरे स्थान पर ही आ सके. त्रिशूर से फिर से मैदान में उतारकर गोपी की स्टार इमेज का फायदा उठाने की भाजपा उम्मीद कर रही है.


केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन अट्टिंगल से लड़ेंगे चुनाव
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री वी मुरलीधरन को अट्टिंगल से टिकट दी गई है. उन्हें साल 2018 में महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद के रूप में चुना गया था. इससे पहले साल 2006 से 2010 तक वह बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे. इसके बाद वह 2010 से 2013 और 2013 से 2015 तक दो बार प्रदेश अध्यक्ष रहे. साल 2019 में उन्हें राज्यसभा में उप मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त किया गया था.

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को तिरुवनंतपुरम से लड़ाएगी BJP
राजीव चंद्रशेखर को तिरुवनंतपुरम निर्वाचन क्षेत्रों से मैदान में उतारा है. वह कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और जल शक्ति मंत्रालय के राज्य मंत्री हैं. वह साल 2006 से 2018 तक कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले एक स्वतंत्र राज्यसभा सांसद थे.

साल 2018 में भाजपा सदस्य के रूप में उसी राज्य से तीसरी बार छह साल के कार्यकाल के लिए फिर से उच्च सदन के लिए चुने गए थे. चंद्रशेखर एक उद्यमी और टेक्नोक्रेट भी हैं. उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और एनडीए की केरल इकाई के उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया है. पार्टी का दावा है कि इन तीनों क्षेत्रों में उसका एक महत्वपूर्ण वोट शेयर है.

कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी के बेटे अनिल पर लगाया दांव
इसके अलावा, अन्य प्रमुख उम्मीदवार कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी हैं. वह पथानामथिट्टा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे. वह केरल कांग्रेस डिजिटल मीडिया सेल के पूर्व प्रमुख थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादास्पद बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर सबसे पुरानी पार्टी की आलोचना करने के बाद वह अपने रुख के चलते भाजपा में शामिल हो गए थे. वह वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. बताते चलें कि अनिल तकनीकी उद्यमी के रूप में पहचाने जाते हैं. वह साल 2019 में केरल में कांग्रेस पार्टी के सदस्य के रूप में सक्रिय राजनीति में शामिल हुए थे.

एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार डॉ. अब्दुल सलाम को दिया टिकट
भाजपा ने केरल से एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार कालीकट विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. अब्दुल सलाम को भी मैदान में उतारा है. सलाम कालीकट विश्वविद्यालय के कुलपति बनने से पहले केरल कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे. साल 2021 के राज्य चुनावों में उन्हें तिरुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा गया था, लेकिन वह केवल 5.33 प्रतिशत वोट ही हासिल कर पाए थे.

त्रिशूर से शोभा सुरेंद्रन को मैदान में उतारा, तेजतर्रार नेता हैं वह
इसके अलावा त्रिशूर से शोभा सुरेंद्रन तेजतर्रार भाजपा नेता हैं, जिन्हें वर्तमान में अलाप्पुझा लोकसभा सीट से पार्टी ने मैदान में उतारा है. वह महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी की कोर कमेटी की सदस्य थीं. वह पार्टी में विभिन्न पदों पर भी रह चुकी हैं. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने पलक्कड़ से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गईं थीं. शोभा ने साल 2019 में अट्टिंगल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और साल 2021 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने तिरुवनंतपुरम के कजहाकुट्टम निर्वाचन क्षेत्र से अपनी किस्मत आजमाई थी.

भाजपा के महासचिव एमटी रमेश को कोझिकोड से मिला टिकट
एमटी रमेश को कोझिकोड से मैदान में उतारा गया है. वह भाजपा के वरिष्ठ नेता और महासचिव हैं. वह बीजेपी के प्रमुख चेहरों में से एक हैं और पिछली बार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के चयन के दौरान उनके नाम पर चर्चा हुई थी. दक्षिणी राज्य में भगवा पार्टी द्वारा मैदान में उतारे गए अन्य उम्मीदवारों में कासरगोड से एमएल अश्विनी, कन्नूर से सी रघुनाथ, वडकारा से प्रफुल्ल कृष्ण, पोन्नानी से निवेदिता सुब्रमण्यन और पलक्कड़ निर्वाचन क्षेत्रों से सी कृष्णकुमार शामिल हैं.

केरल में लगातार बढ़ता जा रहा है बीजेपी का वोट शेयर
बताते चलें कि केरल में बीजेपी का वोट शेयर बढ़ता जा रहा है. साल 2014 के लोकसभा चुनावों में पार्टी को राज्य में 10 फीसदी वोट मिले थे. वहीं, 2019 के लोकसभा चुनावों में केरल में बीजेपी का वोट शेयर बढ़कर करीब 13 फीसदी हो गया था. इसी तरह 2021 के विधानसभा चुनावों में भी भाजपा ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 14 फीसदी वोट हासिल किए थे.

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