विदेश

Pope Francis की बड़ी आंत में समस्‍या, ऑपरेशन कराने अस्‍पताल में भर्ती

वेटिकन सिटी। पोप फ्रांसिस (Pope Francis) को बड़ी आंत में समस्‍या के चलते पहले से तय सर्जरी (surgery) के लिए रोम के एक अस्पताल में भर्ती (admitted to a hospital in Rome) कराया गया है. ये जानकारी वेटिकन सिटी (Vetican City) की ओर से दी गई. हालांकि यह नहीं बताया गया कि ऑपरेशन कब होगा. यह कहा गया है कि सर्जरी के बाद इस बारे में बताया जाएगा.
इससे तीन घंटे पहले फ्रांसिस ने रविवार की परंपरा के तहत सेंट पीटर्स स्क्वायर(St. Peter’s Square) पर जनता का अभिवादन किया और उनसे कहा कि वह सितंबर में हंगरी और स्लोवाकिया जाएंगे. एक हफ्ते पहले 84 साल के फ्रांसिस ने रोम की जेमिली पॉलिक्लीनिक में सर्जरी का संकेत देते हुए परंपरा के तहत लोगों से पोप के लिए विशेष प्रार्थना करने को कहा था.
पोप फ्रांसिस के प्रेस दफ्तर ने एक स्टेटमेंट में कहा कि आज दोपहर पोप फ्रांसिस रोम के जेमिली अस्पताल में पहले से तय एक सर्जरी के लिए भर्ती हुए हैं. बयान में कहा गया है कि पोप की ये सर्जरी प्रोफेसर सर्जियो अलफियरी करेंगे. सर्जरी के बाद उनके स्वास्थ्य की जानकारी देने के लिए एक मेडिकल बुलेटिन जारी किया जाएगा.


Sciatica से भी जूझ रहे हैं पोप
फ्रांसिस आमतौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति हैं, लेकिन युवावस्था के दौरान उनके फेफड़े का एक हिस्सा हटा दिया गया था. वो Sciatica से भी पीड़ित हैं और इसके चलते कभी-कभी उन्हें दर्द का सामना करना पड़ता है, जिसके चलते कई बार उन्हें अपने कार्यक्रम रद्द करने पड़ते हैं. जेमेली के डॉक्टर इससे पहले कई कैथोलिक मरीजों की सर्जरी कर चुके हैं, जिसमें पोप जॉन पॉल द्वितीय शामिल हैं जिनके ट्यूमर का ऑपरेशन 1992 में किया गया था.

इजरायल-फलस्तीन विवाद में पोप की भूमिका
मई में इजरायल और फिलीस्तीन के बीच विवाद को लेकर तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने पोप फ्रांसिस से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था. एर्दोआन ने कहा था कि पोप फ्रांसिस दुनिया में इजरायल के खिलाफ प्रतिबंध लगाने में मदद करें क्योंकि वह गाजा पट्टी पर फलस्तीनियों का ‘नरसंहार’ कर रहा है. एर्दोआन और पोप के बीच ये बातचीत फोन पर हुई थी.
इससे एक दिन पहले पोप ने कहा था कि हिंसा में निर्दोष लोगों की मौत अस्वीकार्य और भयावह है. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि इससे मौत और विनाश को बढ़ावा मिलेगा. रजब तैयब एर्दोआन को अक्सर फलस्तीनियों के हक में बोलते हुए देखा जाता था. वह बार-बार इजरायल की गतिविधियों के खिलाफ बोलते थे. पोप से भी उन्होंने कहा था कि ‘पूरी मानवता को इजरायल के खिलाफ हो जाना चाहिए.’

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