– आगमन प्रस्थान के लिए होंगे अलग-अलग रास्ते, 176 सीसीटीवी की निगरानी में होगा पूरा स्टेशन परिसर
भोपाल/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज सोमवार को मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत पुनर्विकसित देश के पहले “अत्याधुनिक” हबीबगंज रेलवे स्टेशन को बदले हुये नाम के साथ राष्ट्र को समर्पित करेंगे। देश का पहला अत्याधुनिक रेलवे स्टेशन (Country’s first world class railway station) गोंड रानी कमलापति के नाम पर होगा।
विश्व स्तरीय मॉडल को ध्यान में रखकर बनाये गये रानी कमलापति स्टेशन पर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर उपलब्ध सभी सुविधाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आदिवासी प्रतीक और स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की स्मृति में ”जनजातीय गौरव दिवस” मनाने के बाबत आदिवासी सम्मेलन के लिए भोपाल की अपनी यात्रा के दौरान रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का शुभारंभ करेंगे।
आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी मध्य प्रदेश में रेलवे की कई पहलों को राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिनमें गेज परिवर्तित और विद्युतीकृत उज्जैन-फतेहाबाद चंद्रावतीगंज ब्रॉड गेज खंड, भोपाल-बरखेड़ा खंड में तीसरी लाइन, गुना-ग्वालियर खंड का विद्युतीकृरण, गेज परिवर्तन और विद्युतीकृत मथेला-निमाड़ खीरी खंड शामिल हैं। प्रधानमंत्री उज्जैन-इंदौर और इंदौर-उज्जैन के बीच दो नई ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे।
भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम लिमिटेड (आईआरएसडीसी) और पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों ने रविवार को बताया कि पीपीपी के तहत रेलवे ने 17,245 वर्ग मीटर भूमि अंसल समूह को 45 वर्ष के लिए लीज पर दिया है। लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत से स्टेशन को नया रूप दिया गया है।
स्टेशन में फूड कोर्ट, रेस्तरां, वातानुकूलित प्रतीक्षालय, वीआईपी लाउंज है। प्लेटफॉर्म तक पहुंचने के लिए स्टेशन पर 12 एस्केलेटर और आठ लिफ्ट भी लगाये गये हैं। चौबीसों घंटे निगरानी रखने के लिए स्टेशन पर लगभग 176 सीसीटीवी लगाए गए हैं। स्टेशनों पर ट्रेनों की सूचना पर विभिन्न भाषाओं का डिस्प्ले बोर्ड होगा। स्टेशन में एक पर्यटक लाउंज के लिए भी जगह होगी, जहां मध्य प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए एक बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई है।
रेलवे स्टेशन की मुख्य विशेषता यह है कि आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग मार्ग बनाये गये हैं। यात्रियों को सभी पांच प्लेटफार्म पर प्रवेश के लिए एस्केलेटर का इस्तेमाल करना होगा, जबकि ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों को बाहर जाने के लिए दो भूमिगत पारपथ (सब-वे) का इस्तेमाल करना होगा। इससे स्टेशन पर यात्री आसानी से आ जा सकेंगे। यह अपने आप में रेलवे का पहला स्टेशन होगा, जहां इस प्रकार की सुविधा उपलब्ध होगी।
इसके अलावा स्टेशन की विशेषता विशाल एयर कौन कोर्स है, जो प्राकृतिक प्रकाश और हवा से युक्त है। यहां एक समय में 700 यात्री बैठ सकते हैं। यहां यात्रियों को रेलगाड़ियों के आवागमन संबंधी सूचना के लिए एलईडी और उद्घोषणा आदि की व्यवस्था है। वहीं भोजन आदि के लिए कई स्टॉल भी उपलब्ध होंगे।
स्टेशन को एकीकृत मल्टी-मॉडल परिवहन के हब के रूप में भी विकसित किया गया है। मुंसिपल रोड्स के साथ रेलवे स्टेशन पर यातायात के लिए समर्पित संपर्क मार्ग के अलावा स्काई वॉक के माध्यम से भोपाल मेट्रो का सीधा कनेक्शन होगा। (एजेंसी, हि.स.)
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