
मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने गुरुवार को बताया कि मंदिर में 5 दिसम्बर से चल रहे सुजलाम जल महोत्सव अन्तर्गत चारों वेदो का पारायण चल रहा है। इसके तहत शुक्रवार से अथर्ववेद की शौनक शाखा का पारायण किया जाएगा। जिसका समापन 27 दिसम्बर को होगा।
उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण भारत वर्ष में पंच महाभूतों यथा: धरती-अग्नि-जल-वायु-आकाश तत्व पर आधारित कार्यक्रम किये जा रहे हैं। भगवान महाकालेश्वर को जल प्रिय है। इसलिये सुजलाम जल महोत्सव का आयोजन पृथ्वी के नाभि केन्द्र पर स्थित ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मन्दिर में हो रहा है। प्रतिदिन देशभर के वैदिक विद्वान चतुर्वेद पारायण कर रहे है। इसीलिए महाकालेश्वर भगवान के प्रांगण में विशाल रजत जडि़त जल स्तंभ स्थापित किया जा रहा है,जिसका लोकापर्ण 28 दिसम्बर को होगा।
ज्ञात रहे सुजलाम जल महोत्सव के अन्र्तगत महाकालेश्वर मंदिर में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति,महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान एवं मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के तत्वावधान में 5से 29 दिसम्बर तक चर्तुर्वेद पारायण का आयोजन हो रहा है।
