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शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर लीक करने वाले ‘लक्ष्मण’ की तलाश

March 27, 2022

  • फिर विवादों में व्यापमं, निरस्त हो सकता ही परीक्षा

भोपाल। प्रदेश के माथे से व्यापमं घोटाले का कलंक अभ मिटा नहीं है। इस बीच फिर से पीईबी (व्यापमं)द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा सामने आने लगा है। शनिवार को पीईबी द्वारा आयोजित की जा रही प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का पर्चा सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसको लेकर एक फिर पर सरकार की बदनामी शुरू हो गई हैै। हालांकि पीईबी ने जांच की बात कही है। इस बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे स्क्रीन शॉट में लक्ष्मण सिंह का नाम सामने आ रहा है। पीईबी को इसी लक्ष्मण की तलाश है। जबकि कांग्रेस ने लक्ष्मण सिंह के बहाने सरकार पर कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।



एमपी प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) की ओर से आयोजित मप्र प्राथमिक शिक्षक पात्रता (वर्ग-3) परीक्षा शनिवार को समाप्त हुई। यह परीक्षा आनलाइन ली जा रही थी। इस परीक्षा में 25 मार्च को हुए प्रश्नपत्र का कम्प्यूटर स्क्रीन का स्क्रीन शाट शनिवार को इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। इसे व्यापमं घोटाला-2 नाम दिया जा रहा है। हालांकि अभी तक पीईबी की ओर से सिर्फ जांच की बात कही जा रही है। जबकि सरकारी सूत्रों का कहना है कि यदि जांच में पेपर लीक होने की पुख्ता तथ्य मिलते हैं तो फिर पीईबी प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर निरस्त करने का निर्णय भी ले सकता है। पीईबी की अध्यक्ष आईसीपी केसरी ने कहा है कि जांच कराई जा रही है।

विपक्ष हमलावर
कांग्रेस नेतमा अरूण यादव ने ट्वीट कर परीक्षा के प्रश्नपत्र का स्क्रीन शाट के वायरल होने को बड़ा मामला बताते हुए, व्यापमं घोटाले से जोड़ दिया है। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, विधायक पीसी शर्मा ने भी इस मामले की जांच की मांग की है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि यह गंभीर आरोप है। इसकी जांच तत्काल होनी चाहिए। कांग्रेस का आरोप है कि लगातार व्यापम परीक्षाओं में गड़बडिय़ां सामने आ रही हैं। इससे पहले ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की परीक्षा में पेपर लीक होने के कारण निरस्त करनी पड़ी थी। बाद दोबारा परीक्षा आयोजित करनी पड़ी थी। इसके अलावा अभी पुरानी जांचें चल ही रही हैं। बता दें, कि मप्र प्राथमिक शिक्षक पात्रता वर्ग-3 की परीक्षा पांच से 26 मार्च तक आनलाइन मोड में आयोजित की गई। इसमें प्रदेश भर से करीब करीब नौ लाख 37 हजार उम्मीदवार शामिल हुए हैं।

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