ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में शनि को नवग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। मान्यता है कि शनिदेव जिन लोगों पर अपनी कुदृष्टि डालते हैं, उनका सब कुछ नष्ट हो जाता है। शनिदेव (Shani Dev) को न्याय का देवता माना जाता है। ये ईमानदार और मेहनती लोगों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं। ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियां वर्णित हैं। हर राशि का अपना स्वामी ग्रह (lord planet) भी होता है। इसी तरह कुंभ और मकर राशि के स्वामी शनि देव हैं। कहा जाता है कि इन दो राशियों पर शनि देव की हमेशा कृपा बनी रहती है। मान्यता है कि शनि देव की कृपा होने से इन राशि वालों को जीवन में कम मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। जानिए इन राशि वालों से जुड़ी खास बातें-
कुंभ- शनिदेव
इस राशि के स्वामी ग्रह होते हैं। जिसके कारण कुंभ राशि के जातक सरल स्वभाव के होते हैं। ये हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। दूसरों की मदद करने वालों पर शनिदेव हमेशा मेहरबान रहते हैं।
मकर-
मकर राशि (Capricorn) के जातक भाग्यशाली माने जाते हैं। इन पर शनिदेव की कृपा रहती है। इस राशि के लोग दूसरों के दुख को अपना समझते हैं। सरल स्वभाव के कारण शनिदेव इन पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं।
ये राशियां शनि की साढ़े साती की चपेट में-
वर्तमान में शनि की महादशा की चपेट में धनु, कुंभ और मकर राशि हैं। धनु राशि पर शनि की साढ़े साती का अंतिम यानी तीसरा चरण चल रहा है। शनि का राशि परिवर्तन 29 अप्रैल 2022 को होगा। शनि के राशि परिवर्तन के साथ ही धनु राशि वालों को शनि की साढ़े साती (saadhe saati) से छुटकारा मिल जाएगा। इसके बाद मीन राशि वालों पर शनि की साढ़े साती शुरू होगी।
इन पर चल रही शनि ढैय्या-
वर्तमान में मिथुन(Gemini) और तुला राशि वालों पर शनि ढैय्या चल रही है। शनि के राशि परिवर्तन करने के बाद कर्क और वृश्चिक राशि वाले शनि ढैय्या की चपेट में आ जाएंगे। इस दौरान जातकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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