
नई दिल्ली । लद्दाख (Ladakh)में जारी आंदोलन (movement)के प्रमुख चेहरे सोनम वांगचुक(Sonam Wangchuk) की गिरफ्तारी के खिलाफ दायर याचिका(petition filed) पर अब सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। शीर्ष अदालत में दाखिल याचिका में वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमों ने अपने पति की गिरफ्तारी को पूरी तरह से गैरकानूनी बताया है और उनकी तत्काल रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप करने की मांग की है। लद्दाख में हुई हिंसा के बाद सोनम को एनएसए के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था, इसके बाद उन्हें राजस्थान की जोधपुर जेल में रखा गया है।
कोर्ट में दायर याचिका में गीतांजलि ने आरोप लगाया कि वांगचुक की गिरफ्तारी पूरी तरह से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन है। उन्हें एक सप्ताह से ज्यादा समय से अपने पति की स्थिति का कोई पता नहीं है। न तो पुलिस प्रशासन और न ही स्थानीय अधिकारी इस बारे में कोई जानकारी दे रहे हैं। याचिका में मांग की गई है कि माननीय कोर्ट तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करके सोनम वांगचुक को अदालत के समक्ष पेश करने का आदेश जारी करे, ताकि उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
आपको बता दें लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर जारी आंदोलन के दौरान 24 सिंतबर को जबरदस्त हिंसा हुई थी। इसमें चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दर्जनों लोग और पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। इस दौरान सोनम वांगचुक हड़ताल पर बैठे हुए थे।
प्रशासन ने सोनम वांगचुक के ऊपर लोगों को भड़काने और बरगलाने का आरोप लगाते हुए उनके ऊपर एनएसए लगा दिया और 26 सितंबर को उन्हें गिरफ्तार करके राजस्थान की जोधपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया।
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