विदेश

उत्तर कोरियाई धमकी के बीच दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने किया सैन्याभ्यास

सियोल। अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्वी तट पर सोमवार को सैन्याभ्यास शुरू कर दिया है। दोनों देशों के बीच पांच वर्ष में यह इस तरह का पहला सैन्याभ्यास है। इससे एक दिन पहले उत्तर कोरिया ने अभ्यास के संभावित जवाब में छोटी दूरी का बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण किया था।

उत्तर कोरिया आने वाले दिनों में और परीक्षण कर सकता है क्योंकि वह अमेरिका-दक्षिण कोरिया सैन्य अभ्यासों को देश पर आक्रमण करने के अभ्यास के तौर पर देखता है और अकसर अपने प्रतिद्वंद्वियों पर हमला करने के लिए तैयार किए गए हथियारों का प्रदर्शन करता रहता है।

दक्षिण कोरिया की नौसेना के बयान में कहा गया है कि चार दिन के इस अभ्यास का मकसद उत्तर कोरिया के उकसावे का जवाब देने के लिए सहयोगियों के ठोस संकल्प को प्रकट करना और संयुक्त नौसैन्य अभ्यास की क्षमता में सुधार करना है। जबकि उत्तर कोरिया ने आगे भी एटमी परीक्षण की धमकी दी है।


विध्वंसक पोत व लड़ाकू जेट भी शामिल
इस अभ्यास में 20 से अधिक अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई नौसैन्य जहाज हिस्सा लेंगे। इनमें परमाणु ऊर्जा से संचालित विमान वाहक यूएसएस रोनाल्ड रीगन, एक यूएस क्रूजर और दक्षिण कोरियाई व अमेरिकी विध्वंसक पोत शामिल हैं। अभ्यास में दोनों देशों के लड़ाकू विमान व हेलिकॉप्टर भी शामिल होंगे।

यून का मीडिया पर अमेरिका से रिश्ते खराब करने का आरोप
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने देश की मीडिया पर अमेरिका के साथ सबंध खराब करने का आरोप लगाया। दरअसल, एक वीडियो में यून कथित तौर गत सप्ताह उनकी न्यूयॉर्क यात्रा पर अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों तथा राष्ट्रपति जो बाइडन का अपमान करते दिख रहे हैं। इस पर यून ने कहा कि मीडिया दक्षिण कोरिया की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। उन्होंने कहा, खबरों के पीछे का ‘सत्य’ सामने आना चाहिए।

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