बड़ी खबर व्‍यापार

कांटों में फंसी साड़ी की तरह इकॉनमी को निकाला बाहर… निर्मला सीतारमण ने क्यों कही यह बात?

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शनिवार को कहा कि सरकार (Goverment) ने पिछले दस साल में देश की अर्थव्यवस्था (country’s economy) को कांटों में फंसी साड़ी (saree stuck in thorns) की तरह सही-सलामत निकाला है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इकॉनोमी को भविष्योन्मुखी (future oriented) सुधारों की राह पर चलाने का प्रयास किया है। वित्त मंत्री सीतारमण ने राज्यसभा (Rajya Sabha) में श्वेत पत्र (white papers) पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि इस सरकार को जो अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी, उसके बारे में विपक्ष द्वारा बड़े-बड़े दावे किए गए। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के लोग भी कहते हैं कि अटल बिहार वाजपेयी सरकार से जो विरासत संप्रग सरकार को मिली, उसी कारण उसके पहले पांच वर्ष (five years) में अर्थव्यवस्था बहुत अच्छी रही।


अभी ही क्यों लाया गया श्वेत पत्र?
उन्होंने कहा कि पहले ही इस बात को स्पष्ट किया जा चुका है कि यदि यह श्वेत पत्र पहले लाया जाता तो लोगों एवं निवेशकों का अपने देश, अर्थव्यवस्था और संस्थानों पर विश्वास डोलने लगता। उन्होंने कहा कि प्रश्न किया जाता है कि यह श्वेत पत्र अभी क्यों लाया गया? उन्होंने कहा कि एक निर्वाचित सरकार के नाते उनका यह दायित्व है कि वह संसद के दोनों सदनों के माध्यम से जनता को यह जानकारी दें कि अर्थव्यवस्था की स्थिति दस वर्ष पहले क्या थी और आज वह किस स्तर पर पहुंच गयी है। सीतारमण ने कहा, ‘‘हम दो पटरियों पर चल रहे थे। एक थी- अर्थव्यवस्था को दुरूस्त करना, पूर्व के गलत कामों को सही करना, अड़चनों को दूर करना और इनके साथ ही भविष्योन्मुखी सुधारों की ओर भी ध्यान देना।’’

कभी दुनिया की 5 कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में था भारत
उन्होंने कहा कि साल 1991 में आर्थिक सुधारों की प्रक्रिया शुरू हुई थी लेकिन उसे 2004 के बाद पूरा नहीं किया गया, आगे नहीं बढ़ाया गया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सुधारों, विशेषकर भविष्योन्मुखी सुधारों पर जोर दिया। वित्त मंत्री ने एक तमिल कहावत का उदाहरण देते हुए कहा कि 2014 में जो अर्थव्यवस्था उनकी सरकार को मिली थी, उसकी तुलना कांटेदार झाड़ी में फंसी साड़ी से की जा सकती है जिसे कांटों से सही सलामत निकालने की चुनौती रहती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अर्थव्यवस्था को उस कांटेदार झाड़ी से निकाला। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की यह ‘हालात’ थी कि यह विश्व की पांच कमजोर अर्थव्यवस्था में एक थी और आज सरकार के प्रयासों के कारण यह विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गयी है। सीतारमण ने कहा कि आज अर्थव्यवस्था की जो स्थिति है, उसके आधार पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विश्वास के साथ यह कह रहे हैं कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा।

Share:

Next Post

Disney+ Hotstar का बड़ा कदम, पासवर्ड शेयरिंग की सुविधा पर कंपनी ने लगाई रोक

Sat Feb 10 , 2024
नई दिल्ली: अगर आप इंटरनेट सर्फिंग के साथ साथ ओटीटी स्ट्रीमिंग का शौक रखते हैं और इसके लिए आप डिज्नी प्लस हॉट स्टार इस्तेमाल करते हैं तो आपको झटका लगने वाला है। दरअसल अब डिज्नी प्लस हॉटस्टार ने नेटफ्लिक्स की राह पकड़ ली है। शायद आपको अंदाजा लग गया होगा कि हम क्या बात करने […]