जौनपुर। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Election 2022) में पहले चरण के चुनाव के लिए मतदान हो गया है कि नेताओं की निगाहे दूसरे चरण के मतदान पर टिक गई हैं। दूसरे चरण के नेताओं ने एक बार फिर कमर कस ली है। एक तरफ जहां चुनाव में प्रत्याशी मैदान में जोर अजमाइश लगा रहे हैं तो वहीं यूपी की सियासत में इस बार चुनावी मैदान में अलग ही रंग देखने को मिल रहे हैं।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Election 2022) के जौनपुर में 2.5 फीट की महिला अनीता शर्मा ने नामांकन पर्चा लिया है। ढाई फीट की महिला को नामांकन पर्चा लेता देख हर कोई हैरत में पड़ गया। कचहरी परिसर के मुख्य द्वार पर जांच के बाद अनीता को आगे जाने दिया गया। इसके बाद अनीता ने मीडिया से बातचीत की. मीडिया से बातचीत करते समय अनीता ने हर वह बात बताई जो जानने लायक थी। इतने छोटे कद की होने के बावजूद चुनावी मैदान में बड़े-बड़े दिग्गजों के सामने लड़ने को उन्होंने हौसला किया। अनिता ने इससे पहले पंचायत चुनाव में पर्चा दाखिला किया था, किसी कारणवश उनका पर्चा निरस्त कर दिया गया था। अनिता ने हाईस्कूल तक पढ़ाई की है और फिलहाल वो निर्दलीय पर्चा खरीदने के लिए आई थीं।
नई दिल्ली। कर्नाटक में इन दिनों स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पर बैन लगाने की मांग जोर पकड़ रही है। इस बीच फ्रांस से खबर आई है कि फ्रेंच नेशनल एसेंबली में प्रतिस्पर्धी खेलों में हिजाब जैसे प्रतीकों पर बैन का प्रस्ताव खारिज हो गया है। इस मामले पर राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की पार्टी ने […]
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मंत्री (UP minister) उपेंद्र तिवारी ने दावा किया था कि 95 प्रतिशत लोग ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी से अप्रभावित हैं, अब मंत्री मनोहर लाल उर्फ मुन्नू कोरी (Manoharlal Kori) हैं जो किसानों (Farmers) से यह कहते हुए कैमरे में कैद हो गए हैं कि वोट देना हो तो दो, […]
नई दिल्ली (New Delhi)। पहले सामाजिक न्याय के पुरोधा (Pioneer of social justice) व जननायक कर्पूरी ठाकुर (Public leader Karpoori Thakur) और अब हिंदुत्व की राजनीति के झंडाबरदार (flag bearer of Hindutva politics.) लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) को सर्वोच्च सम्मान देने की घोषणा। इनके जरिये लोकसभा चुनाव की पिच पर पीएम नरेंद्र मोदी (PM […]
लखनऊ: पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया. देश में शिक्षा के प्रचार- प्रसार को जोड़ने वाला यह स्लोगन आपको टीवी, अखबार और विज्ञापनों में खूब देखा होगा. लेकिन भारत जैसे देश में बेटियों की स्थिति को देखते हुए इस स्लोगन के पीछे बेटियों के लिए अनिवार्य शिक्षा का महत्वपूर्ण संदेश छुपा हुआ है. यहां पीएम मोदी […]