
नई दिल्ली। उत्तराखंड (Uttarakhand) सरकार चाहती है कि कुमाऊं की पहाड़ियों में स्थित पिथौरागढ़ एयरस्ट्रिप (Pithoragarh Airstrip) को हवाई सेवाओं की दृष्टि से अधिक व्यावहारिक (Travel practical) बनाया जाए। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने पिथौरागढ़ एयरस्ट्रिप को सर्वे हेतु भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को हस्तगत किये जाने का अनुरोध किया है।
इसके साथ ही क्षेत्रीय संपर्क योजना के अंतर्गत पिथौरागढ़ से हवाई सेवा हेतु की गई निविदा प्रक्रिया के उपरांत हवाई सेवा के सुचारू संचालन के लिये सबंधित निर्देशित करने का भी अनुरोध किया गया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से उत्तराखण्ड राज्य में हवाई सेवाओं के सु²ढीकरण से संबंधित विषयों पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को पूर्व में लिये गये सैद्धांतिक निर्णयों से अवगत कराते हुए बताया कि भारत सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना के अंतर्गत पूर्व स्वीकृत मार्ग को पाइन्ट टू पाइन्ट करने के राज्य सरकार के प्रस्ताव पर सैद्धान्तिक सहमति प्रदान की गयी थी।
साथ ही क्षेत्रीय सम्पर्क योजना में उत्तराखण्ड राज्य में संचालित की जाने वाली हैलीकॉप्टर सेवा के लिये सिंगल इंजन हैलीकॉप्टर की अनुमन्यता प्रदान किये जाने का आश्वासन दिया गया था। क्षेत्रीय संपर्क योजना के अंतर्गत भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा पवन हंस लिमिटेड को सप्ताह में तीन फ्लाईट स्वीकृत हैं। यह सैद्धांतिक सहमति हुई थी कि पवन हंस द्वारा सप्ताह के अन्य दिनों में भी कुमाऊ क्षेत्र में हवाई सेवाएं प्रदान किये जाने के विषय पर विचार किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने उक्त सभी सैद्धान्तिक निर्णयों के क्रियान्वयन हेतु संबंधित को यथाशीघ्र आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित करने का भी केन्द्रीय मंत्री से आग्रह किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन, सचिव शैलेश बगोली भी उपस्थित थे।
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