हिंदी, मराठी एवं गुजराती फिल्मों के अभिनेता और थियेटर आर्टिस्ट श्रीराम लागू (Shriram Lagoo) अभिनय जगत का एक ऐसा नाम थे, जिन्होंने अपनी शानदार अभिनय प्रतिभा (great acting talent) की बदौलत अपनी एक अलग पहचान बनाई थी । श्रीराम लागू (Shriram Lagoo) आज बेशक हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनके शानदार अभिनय की सराहना आज भी हर कोई करता है।
70 और 80 के दशक में कई बड़ी फिल्मों का हिस्सा रह चुके श्रीराम लागू का जन्म 16 नवंबर 1927 को महाराष्ट्र के सतारा जिले में हुआ था। श्रीराम लागू ने साल 1972 में आई फिल्म ‘पिंजरा’ में छोटी सी भूमिका से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इसके बाद उन्होंने कई हिंदी, मराठी और गुजराती की कई फिल्मों में शानदार अभिनय किया। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि फिल्म जगत में कदम रखने से पहले वह नाक-कान और गले के सर्जन थे। उन्होंने एमबीबीएस और एमएस दोनों मेडिकल डिग्री प्राप्त की थीं। लेकिन अभिनय के प्रति उनका लगाव उन्हें फिल्म जगत में खींच कर ले आया। श्रीराम लागू ने अपने पूरे फ़िल्मी करियर में 100 से ज्यादा हिंदी और 40 से ज्यादा मराठी फिल्मों में अभिनय किया था।
श्रीराम लागू की कुछ प्रमुख फिल्मों हेरा फेरी, घरौंदा, मंजिल, थोड़ी सी बेवफाई, लावारिस, श्रीमान श्रीमती, विधाता, सदमा ,खुद्दार, इंसाफ की पुकार, किशन कन्हैया आदि शामिल हैं। उन्हें ‘नटसम्राट’ की उपाधि दी गई थी ।
श्रीराम लागू की निजी जिंदगी की बात करें तो उन्होंने अभिनेत्री दीपा लागू से शादी की थी उनके तीन बच्चे हैं।बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री राम लागू का 17 दिसंबर , 2019 को 92 साल की उम्र में पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में निधन हो गया था। वह काफी समय से बीमार थे। श्रीराम लागू आज बेशक हमारे बीच नहीं है, लेकिन हिंदी सिनेमा में उनके दिए गए योगदान, उनकी जिंदादिली और उनके शानदार अभिनय के लिए उन्हें हमेशा याद किया जायेगा।
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