
डेस्क: लेबनान, गाजा और सीरिया में बैकफुट पर जाने के बाद ईरान (Iran) अब इराक (Iraq) के जरिए मजबूत वापसी की तैयारी में है. इसके लिए इराक के आम चुनाव (General Election) को टारगेट किया गया है. अगले महीने इराक में प्रधानमंत्री (Prime Minister) चुनने के लिए आम चुनाव प्रस्तावित है. ईरान की कोशिश यहां पर अपने लोगों को कुर्सी पर बैठाना है. बीबीसी परसियन के मुताबिक ईरान ने इसके लिए फिल्डिंग सेट करनी शुरू कर दी है. ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड के बड़े पदाधिकारी इसकी खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं. ईरान इराक का पड़ोसी मुल्क है.
सद्दाम हुसैन के जाने के बाद इराक में लोकतंत्र की स्थापना की कवायद की गई. प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जैसे पद बनाए गए. प्रधानमंत्री का चुनाव आम चुनाव के जरिए किया जाता है. इराक की संसद में कुल 329 सीटें हैं. बहुमत के लिए 165 सीटों की जरूरत होती है. इराक में अब तक कोई भी नेता एक बार से ज्यादा प्रधानमंत्री नहीं बन पाया है. इसकी 2 वजहें हैं. पहला, इराक में किसी भी दल को अब तक स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. दूसरा, इराक में अमेरिका और ईरान के दबाव में खेल हो जाता है.
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