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बैंक से तुरंत मिलेगा लोन, खराब सिबिल स्कोर बेहतर करेंगे ये 3 टिप्स

नई दिल्ली: क्या आप बैंक से लोन लेना चाहते हैं? अगर हां, तो आपको सिबिल (CIBIL) स्कोर के बारे में जरूर पता होना चाहिए, क्योंकि आपका सिबिल स्कोर ही तय करता है कि बैंक आपको लोन देगा या नहीं. अगर आपका सिबिल स्कोर खराब है तो बैंक आपको सामने से मना कर देगा कि लोन नहीं मिलेगा. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि आखिर सिबिल स्कोर होता क्या है, और अगर ये खराब हो जाए, तो कौन से 3 टिप्स अपनाकर आप इसे बेहतर बना सकते हैं.

CIBIL स्कोर क्या है?
CIBIL स्कोर एक तरह का रेटिंग सिस्टम होता है. इसकी मदद से बैंक आपकी लोन लेने की रैकिंग करते हैं और इसके आधार पर तय करते हैं कि आपके बैंक को लोन लौटाने की संभावना क्या है. CIBIL स्कोर 300 से लेकर 900 के बीच होता है. आपका स्कोर जितना अधिक होगा, लोन मिलने के अवसर उतने ही बेहतर होंगे.

असल में 79% लोन सिबिल के आधार पर अप्रूव्ड किए जाते हैं. जिनका CIBIL स्कोर 750 से अधिक होता है, उनकी रेटिंग बेहतर मानी जाती है. अगर आपका सिबिल स्कोर खराब है, तो इसे ठीक करने के कई तरीके हैं. इस काम में आपकी मदद क्रेडिट काउंसलर कर सकते हैं, जो एक तरह से ‘लोन के डॉक्टर’ होते हैं.


क्रेडिट काउंसलर का काम?
लोग अच्छे भविष्य के चुनाव के लिए करियर काउंसलर के पास जाते है. मेंटल हेल्थ के लिए मेंटल हेल्थ काउंसलर के पास जाते है. ठीक वैसे ही सिबिल स्कोर को बेहतर करने के लिए क्रेडिट काउंसलर के पास जाना पड़ता है. क्रेडिट काउंसलर उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित होता है जो लोग समय पर किसी कारणवश लोन नहीं चुका पाते हैं और उनका सिबिल स्कोर खराब हो चुका होता है. ऐसे लोग क्रेडिट काउंसलर की मदद से अपना स्कोर बेहतर कर पाते हैं.

क्रेडिट काउसलिंग एजेंसी आपको लोन मैनेजमेंट स्कीम के बारे में सही सलाह दे सकती है. इसके लिए कुछ क्रेडिट काउसलिंग एजेंसी मंथली चार्ज भी करती हैं. क्रेडिट काउसलिंग में आम तौर पर ऐसे सेशन शामिल होते हैं, जहां फाइनेंशियल मैनेजमेंट, बजट बनाने के तरीके और लोन चुकाने की नई रणनीति के बारे में जानकारी मिलती है. क्रेडिट काउंसलर द्वारा दी गई सलाह को लागू करने से CIBIL स्कोर बेहतर हो सकता है.

सिबिल बेहतर करने के लिए रखें इन बातों का ध्यान
अगर आपका क्रेडिट स्कोर 750 से नीचे आ चुका है तो आप आज से इन तीन बातों पर ध्यान देना शुरू कर दीजिए. पहला आपके पास अगर एक से अधिक क्रेडिट कार्ड है तो उसमें से एक को छोड़कर बाकी को बंद करा दीजिए. दूसरा कि अपने क्रेडिट कार्ड के बैलेंस का 30% हिस्सा ही मंथली बेसिस पर खर्च करने की आदत डालिए. लास्ट प्वाइंट कि ड्यू डेट से पहले अपने क्रेडिट बिल का पेमेंट कर दीजिए. अगर आप इन तीन बातों का ध्यान रखते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर अगले 3 महीने में बेहतर हो सकता है. आमतौर पर इसके लिए 6 महीने तक का भी समय लग सकता है.

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