जीवनशैली स्‍वास्‍थ्‍य

सावधान: हैंड सैनिटाइजर के ज्‍यादा उपयोग से आपकी सेहत पर पड़ता है बुरा असर

29 जुलाई। इन दिनों हाथों को धोने के लिए साबुन की जगह हैंड सैनिटाइजर का उपयोग अधिक किया जा रहा है। हैंड सैनिटाइजर कीटाणुओं और बैक्टीरिया को हमारे हाथों से निकाल देता है, साथ ही इसके इस्तेमाल के बाद हाथों से भीनी सी महक भी आती है, लेकिन कुछ लोगों को बार-बार हाथ धोने की आदत सी होती है। ऐसे लोगों को हर छोटे-बड़े काम में हाथ डालने के बाद लगता है कि उनके हाथ सिर्फ पानी से साफ नहीं हो पाएंगे, इसलिए वे बार-बार हाथ साफ करने के लिए हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग करते हैं।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि हैंड सैनिटाइजर का ज्यादा प्रयोग आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। आइए, आपको बताते हैं बार-बार हैंड सैनिटाइजर का इस्‍तेमाल करने से आपकी सेहत को क्या नुकसान पहुंच सकता है :
हानिकारक होता है यह केमिकल
हैंडसैनिटाइजर को बनाने में जिन केमिकल्स का उपयोग किया जाता है, उनमें आमतौर पर बेंजाल्कोनियम क्लोराइड होता है। यह रसायन हाथ की त्वचा पर स्थित कीटाणुओं को लगभग पूरी तरह खत्म कर देता है। किसी भी तरह के बैक्टीरिया और इंफेक्शन फैलानेवाले पैथोजेन्स त्वचा पर ऐक्टिव नहीं रह पाते हैं।
लेकिन जब इस रसायन को हाथ पर बहुत अधिक उपयोग किया जाने लगता है तो यह कुछ लोगों में एलर्जी, खुजली या जलन की वजह बन सकता है। ऐसा आमतौर पर उन लोगों के साथ होता है, जिनकी त्वचा बहुत अधिक संवेदनशील होती है।
मौसम के साथ घटता-बढ़ता है ड्रॉपलेट्स का सफर, मास्क के बिना सोशल डिस्टेंसिंग बेअसर
त्वचा को नुकसान हो सकता है
-हैंडसैनिटाइजर को तैयार करते समय इसमें ट्राइक्लोसोन का उपयोग भी किया जाता है। यह एक ऐसा रसायन है, जो त्वचा द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है। यानी हमारी त्वचा इस रसायन को सोख लेती है। इस कारण यह हमारे शरीर में प्रवेश कर जाता है। यदि एक सीमित मात्रा से अधिक कोई भी बाहरी रसायन शरीर में जाएगा तो उसके साइड इफेक्ट्स निश्चित तौर पर होते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, हैंडसैनिटाजर से बेहतर है यह काम
-बहुत अधिक हैंडसैनिटाइजर का उपयोग करने से हाथों में रुखापन बढ़ने लगता है। बार-बार साबुन से हाथ धोने पर भी इस तरह की समस्या होती है। इस स्थिति से बचने के लिए बेहतर होता है कि आप हाथ पोछने के तुरंत बाद अपने हाथों पर एक बूंद सरसों तेल लगाकर मालिश कर लें।
-सरसों तेल अधिक मात्रा में ना लें नहीं तो यह चिपचिपाहट पैदा करेगा। यह तेल ऐंटिवायरल, ऐंटिबैक्टीरियल और ऐंटिइंफ्लामेट्री गुणों से भरपूर होता है। इसलिए त्वचा पर अन्य किसी मॉइश्चराइजर से अधिक उपयोगी है। खासतौर पर आज के समय में कोरोना की स्थिति को देखते हुए।
मूड पर खराब असर
-सैनिटाइजर का बहुत अधिक उपयोग करने के कुछ ऐसे नुकसान होते हैं, जिन पर हमारा जल्दी से ध्यान नहीं जाता है। मसलन सैनिटाइजर्स को खुशबूदार बनाने के लिए इनमें जिन रसायनों का उपयोग किया जाता है, कई बार वे रसायन स्ट्रेस और एंग्जाइटी को ट्रिगर करनेवाले होते हैं। ऐसा आमतौर पर उन लोगों के साथ होता है जो बहुत अधिक संवेदनशील होते हैं।
अधिक हैंडसैनिटाइजर के उपयोग का बच्चों भी होता है बुरा असर
पाचन पर बुरा असर
-हैंडसैनिटाजइजर्स को अच्छी सुंगध देने के लिए जिन रसायनों का उपयोग किया जाता है, उनमें फैथलेट्स भी शामिल है। यह एक ऐसा रसायन है, जिसके अधिक उपयोग का लिवर और किडनी पर नकारात्मक असर देखने को मिलता है। इस कारण उन लोगों को अधिक दिक्कत होती है, जिन्हें पहले से ही पेट या पाचन से जुड़ी बीमारियां हों।
बच्चों के लिए भी सुरक्षित नहीं
-हैंडसैनिटाइज का बहुत अधिक उपयोग बच्चों की सेहत के लिए भी ठीक नहीं है। ऊपर हमने जितनी भी बातें की हैं, इनमें से किसी भी तरह की समस्या होने पर आमतौर पर बच्चे माता-पिता को एक्सप्लेन नहीं कर पाते हैं कि उन्हें कैसा महसूस हो रहा है या क्या परेशानी हो रही है। वे सिर्फ चिड़चिड़े और बीमार हो जाते हैं। इसलिए बच्चों को भी साबुन से हाथ धुलवाना ही सही है।

Share:

Next Post

संजीत हत्याकांड : एक आरोपी निकला कोरोना पॉजिटिव, पुलिस की बढ़ी मुश्किलें

Tue Jul 28 , 2020
कानपुर, 28 जुलाई | बर्रा के पैथालॉजी कर्मी रहे संजीत यादव अपहरण व हत्याकांड में पुलिस की बराबर किरकिरी हो रही है। यही नहीं पूरे मामले का संज्ञान शासन भी पल-पल ले रहा है। इस बीच अब पुलिस के लिए हत्यारोपियों में एक हत्यारोपी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से मुसीबत बन गयी है, क्योंकि […]