नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े आईपीओ एलआईसी के इश्यू की आखिरकार आधिकारिक घोषणा हो गई। 20,557 करोड़ रुपये के इश्यू में खुदरा निवेशकों को 35 फीसदी हिस्सा मिलेगा। यानी 7,350 करोड़ रुपये के शेयर उनके लिए होंगे। इसी तरह से क्यूआईबी के लिए 50 फीसदी और गैर संस्थागत निवेशकों के लिए 15 फीसदी हिस्सा आरक्षित होगा। खुदरा निवेशकों को 7.74 करोड़ शेयर मिलेंगे। एलआईसी का शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर 17 मई को सूचीबद्ध होगा। यानी इसी दिन से शेयरों में कारोबार शुरू हो जाएगा।
नौ मई को बंद होगा इश्यू
सरकार एलआईसी में 22.13 करोड़ शेयर 902 से 949 रुपये के भाव पर बेचेगी। यह 4 मई को खुलेगा और 9 मई को बंद होगा। 16 मई तक निवेशकों के अकाउंट में शेयर मिलने की जानकारी आ जाएगी। खुदरा निवेशकों को 45 रुपये और पॉलिसीधारकों को 60 रुपये हर शेयर पर डिस्काउंट मिलेगा।
30 करोड़ पॉलिसीधारक
एलआईसी के पास 30 करोड़ पॉलिसी, 14 लाख एजेंट हैं। इसका असेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) करीबन 40 लाख करोड़ रुपये का है। यह दुनिया की आठवीं सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है। इसका एयूएम देश के म्यूचुअल फंड उद्योग के साथ-साथ दुनिया के कई देशों की जीडीपी से भी ज्यादा है। देश में दूसरी सबसे बड़ी बीमा कंपनी एसबीआई लाइफ की तुलना में इसका एयूएम 15.6 गुना ज्यादा है। दिसंबर, 2021 तक इसका शेयर बाजार में कुल निवेश 9.8 लाख करोड़ रुपये रहा। इसका मतलब कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कुल मार्केट कैप का 4 फीसदी हिस्सा एलआईसी के पास है। हालांकि एलआईसी का शेयर अपने एंबेडेड वैल्यू 5.40 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 1.1 गुना ही ज्यादा पर कारोबार करेगा। जबकि निजी कंपनियों का शेयर 2 से 3 गुना के मूल्यांकन पर कारोबार कर रहा है।
एक साल तक एफपीओ नहीं आएगा
दीपम सचिव तुहिन कांत पांडे ने बताया कि सरकार अगले एक साल तक एलआईसी का कोई फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) नहीं लाएगी। यानी कोई हिस्सा नहीं बेचा जाएगा। हालांकि, सरकार और एलआईसी आईडीबीआई बैंक में हिस्सेदार बेचकर प्रबंधन के नियंत्रण से बाहर हो जाएंगे।
शेयर बाजार के हालात के मुताबिक सही है आईपीओ का आकार
दीपम सचिव ने कहा कि भू-राजनीतिक हालातों के लगे झटकों से अब बाजार उबर गया है। शेयर बाजार के विपरीत हालात के मद्देनजर एलआईसी के आईपीओ का आकार सही है। इसमें किसी प्रकार के पैसों की बाजार में कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि एलआईसी के शेयरों की लिस्टिंग सरकार के लंबे समय की रणनीति का हिस्सा है और आगे चलकर इसके मूल्यांकन में इजाफा होगा।
एक साल में 60 फीसदी बढ़े डीमैट अकाउंट
एक्सिस सिक्योरिटीज ने कहा कि उसने पिछले महीने 45 हजार नए डीमैट खाते खोले हैं। इसमें से 40 फीसदी ग्राहक बाजार में नए हैं। वैसे पिछले एक साल में डीमैट अकाउंट की संख्या में 60 फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई है। मार्च, 2021 में कुल 5.5 करोड़ डीमैट खाते थे जो मार्च, 2022 में बढ़कर 8.97 करोड़ हो गए। मार्च, 2020 में केवल 4 करोड़ डीमैट अकाउंट थे। माना जा रहा है कि अप्रैल महीने में अच्छा खासा अकाउंट खुला होगा।