img-fluid

लुप्त हो रहे कौवे फिर नजर आने लगे श्राद्ध पक्ष में घाटों पर मौजूदगी दिखी

September 22, 2022

  • रामघाट, नृसिंहघाट और सिद्धवट पर सुनाई दे रही काँव-काँव की आवाज

उज्जैन। आम दिनों में गौरेया की तरह कौवे भी शहर में नजर नहीं आते। पिछले कुछ सालों से कौवों की प्रजाति लुप्त सी हो गई है लेकिन श्राद्ध पक्ष के दिनों में कौवों की मौजूदगी नजर आने लगी है और घाटों पर भी यह दिखाई देने लगे हैं।


बदलते पर्यावरण और लगातार बढ़ते प्रदूषण के चलते शहरी क्षेत्र से गौरेया चिडिय़ा सबसे पहले गायब हुई, उसके बाद पिछले एक दशक से शहरी क्षेत्र में घर की छत और मुंडेर पर कौवों की कांव-कांव भी नहीं सुनाई देती। कौवों की प्रजाति भी शहरी क्षेत्र से लुप्त जैसी हो गई है। परंतु 16 श्राद्ध के दिनों में लोग पूर्वजों के निमित्त गाय और कुत्ते के अलावा कौवे के लिए भी भोजन प्रसादी रखते हैं। घाटों पर भी श्राद्ध कर्म करवाया जाता है तो यहाँ भी कौवों को भोजन डालने की परम्परा है। श्राद्ध के दिनों में एक बार फिर कौवे नजर आने लगे हैं।

Share:

  • नए पार्षदों ने कहा हमारे वार्डों में सफाईकर्मी नहीं..100 कर्मचारियों की माँग

    Thu Sep 22 , 2022
    अधिकारियों का कहना जब कचरा घर-घर से उठ रहा है तो कर्मचारी अधिक क्यों चाहिए उज्जैन। नए पार्षद लगता है कि वार्ड की सफाई को लेकर चिंतित हैं और उन्होंने अपने वार्डों के लिए अतिरिक्त 100 कर्मचारियों की माँग की है तथा कहा है कि अभी जो कर्मचारी हैं वह पर्याप्त नहीं हैं। नगर निगम […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved