नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली (Delhi) में रहने वाले जिन लोगों का पानी के बिलों (Delhi Water Bill) को लेकर जल बोर्ड के साथ विवाद है, ऐसे उपभोक्ताओं का कुल 1 लाख 42 हजार करोड़ रुपये का बिल पेंडिंग (Pending) हैं। सबसे ज्यादा कमर्शल कैटिगरी के उपभोक्ताओं का 66,000 करोड़ रुपये, इसके बाद सरकारी विभागों का 61,000 करोड़ रुपये और घरेलू वर्ग के उपभोक्ताओं का 15,000 करोड़ रुपये बिल पेंडिंग हैं।
कुल पेंडिंग पानी के बिलों का सिर्फ 10.5 प्रतिशत ही घरेलू वर्ग के उपभोक्ताओं पर पेंडिंग है। इसलिए सरकार इन विवादित बिलों को निपटाने के लिए बिल माफी योजना पर तेजी से काम कर रही है। डेढ़ या दो महीने में इस योजना को लागू करने का प्लान है। यह कहना है कि दिल्ली के जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह का।
एक साल के अंदर बढ़ गए 4 लाख से ज्यादा पेंडिंग बिल
विवादित बिलों वाले उपभोक्ताओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। फरवरी, 2024 तक ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या 10.68 लाख थी। पिछले एक साल के दौरान पानी के बकाया बिलों वाले उपभोक्ताओं की संख्या में और 4,22,000 की बढ़ोतरी हुई है। अब ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या 14-15 लाख हो चुकी हैं। जिन पर जल बोर्ड का एरियर सहित करीब 1 लाख 42 हजार करोड़ रुपये बकाया है। जिनके बिल पेंडिंग हैं, उनमें से 70-80 प्रतिशत लोगों की शिकायत है कि उनका पानी का बिल खपत से ज्यादा है।
पेंडिंग बिलों पर बढ़कर हजारों-लाखों हो गया एरियर
जिन रीडिंग्स के आधार पर उनकी औसत बिलिंग की गई है, वह रीडिंग्स भी ज्यादा हैं। कुछ लोगों ने पेंडिंग बिलों पर यह भी कहा था कि कोरोना काल के दौरान जब उनका बिल तैयार किया था, तब वह घर में ही नहीं थे और पानी की खपत ही नहीं कर रहे थे। ऐसे में वह किस चीज का बिल भुगतान करें? पेंडिंग बिलों पर एरियर बढ़ते-बढ़ते हजारों और लाखों में हो चुका है।
पेंडिंग बिलों में 42 फीसदी सरकारी विभागों के
दिल्ली के जल मंत्री के अनुसार, सरकारी विभागों के 61,000 करोड़, कमर्शल कैटिगरी के उपभोक्ताओं का 66,000 करोड़ और घरेलू वर्ग के उपभोक्ताओं का 15,000 करोड़ रुपये बकाया है। यानी जितने करोड़ का बिल पेंडिंग हैं, उसमें 42 प्रतिशत सरकारी विभागों का, 46.4 प्रतिशत कमर्शल कैटिगरी के उपभोक्ताओं का और बाकी घरेलू वर्ग के उपभोक्ताओं का बिल पेंडिंग हैं।
घरेलू वर्ग के उपभोक्ताओं का सरचार्ज पूरी तरह माफ
घरेलू वर्ग के उपभोक्ताओं का सरचार्ज पूरी तरह से माफ करने की योजना है। लेकिन, अन्य कैटिगरी के उपभोक्ताओं को इस माफी योजना का लाभ नहीं मिलेगा। घरेलू कैटिगरी के जिन उपभोक्ताओं के पेंडिंग बिलों का सरचार्ज माफ किया जाएगा, उनके मीटर भी बदले जाएंगे और पारंपरिक मीटरों की जगह स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, ताकि भविष्य में पानी के बिलों को लेकर उपभोक्ताओं को किसी तरह का विवाद न हो। माफी योजना अगले डेढ़ या दो महीने में लागू की जाएगी।
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