मुंबई। राज्य सरकार की असफलता कार्यकर्ताओं को आक्रामकता से जनता के सामने लेकर जाना चाहिए। यह बातें कहते हुए भाजापा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने प्रदेश पदाधिकारियों से कहा कि लॉकडाउन के समय महाराष्ट्र में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बडे पैमाने पर सेवा कार्य किया है। आगे आनेवाले समय में भी कार्यकर्ताओं को विभिन्न माध्यमों से जनता की सहायता करनी चाहिए। बड़े पैमाने में स्क्रीनिंग करने साथ ही पृथकीकरण केंद्रों को शुरू करने के लिए कार्यकर्ताओं को प्रयासरत रहना चाहिए। मरीजों की सेवा अधिक से अधिक तरीके से करने के लिए कार्यकर्ताओं को कार्यरत रहना चाहिए।
पाटील ने कहा कि फरवरी महीने में नई मुंबई में संपन्न हुए अधिवेशन में पार्टी ने किसानों की कर्ज माफी का लाभ दिलाने के लिए आंदोलन करने का निर्णय लिया गया था। पार्टी के आंदोलन के कारण सरकार को नियमित रूप से कर्ज वापस करने वाले किसानों का विचार करना पडा। आनेवाले समय में दूध उत्पादकों की मांगों को मान्य कराने के लिए कार्यकर्ताओं को बडा आंदोलन खडा करना चाहिए। इसके साथ ही राज्य सरकार की असफलता को जनता के सामने लाना भी आवश्यक है। अपने नेता के विरुद्ध होनेवाले दुष्प्रचार का कार्यकर्ताओं को आक्रामक होकर उत्तर देना चाहिए। प्रदेश संगठनमंत्री विजयराव पुराणिक ने आगे आनेवाले समय में पार्टी की ओर से क्रियान्वित किए जानेवाले कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।
कोरोना के कारण निर्माण हुई परिस्थिति को संभालने में मिली असफलता, किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए ध्यान न देने के लिए आघाडी सरकार का विरोध करनेवाला प्रस्ताव प्रदेश महासचिव चंद्रशेखर बावनकुले ने लाया। किसान मोर्चा के प्रमुख डॉ. अनिल बोंडे, पूर्व विधायक सुधाकर भालेराव ने प्रस्ताव को अनुमोदित किया। (एजेन्सी, हि.स.)
Share: