नई दिल्ली। आप बढ़ते हुए कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) से परेशान हैं, या अपने दिमाग (Brain) को मजबूत करके बौद्धिक क्षमता बढ़ाना चाहते हैं? इसका एक घरेलू उपाय (home remedies) है। करौंदा नाम का फल बहुत गुणकारी है। इससे कॉलेस्ट्रल कम होता है और दिमाग भी तेज होता है। साथ ही साथ डायबिटीज, दिल की बीमारी(heart disease), यूरिन इनफेंक्शन और कैलोरी बर्न करने में भी काफी फायदेमंद होता है। करौंदा का सब्जी और अचार बनाने में किया जाता है। साथ ही इसका जूस भी काफी फायदेमंद होता है।
क्या होता है करौंदा?
करौंदा ()Karounda एक मौसमी फल है जो गर्मी और बारिश के सीजन में बहुतायत से पाया जाता है। इसे अंग्रेजी में कैनबरी भी कहते हैं। करौंदा का वैज्ञानिक नाम कैरिसा कैरेंडस है। इसका पेड़ झाड़ीनुमा होता है। उत्तर, पश्चिम और मध्य भारत में इसकी पैदावार ज्यादा होती है। यह स्वाद में खट्टा होता है। करौंदा का रंग हल्का लाल, गुलाबी और सफेद होता है। कच्चा करौंदा हरे रंग का होता है।
करौंदा का सेवन कैसे करें
करौंदा एक बहुउपयोगी फल है। इसका सेवन कई तरह से किया जा सकता है। करौंदा की सब्जी बनाई जाती है। इसका अचार और मुरब्बे के रूप में भी सेवन किया जाता है, जो काफी स्वादिष्ट होता है। आजकल करौंदा का जूस भी काफी प्रचलन में है। इसे कच्चा भी खाया जाता है।
करौंदा के फायदे
करौंदा का सेवन करने से शरीर में कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। इससे कोलेस्ट्रॉल कम होता है और धमनियों में रक्त का बहाव सही से हो पाता है। इससे दिल की बीमारी होने की आशंका कम हो जाती है। साथ ही अगर यह वजन घटाने में भी बहुत फायदेमंद है। करौंदा का जूस सबसे ज्यादा लाभकारी होता है। इससे यूरिन इंफेक्शन और पेट की बीमारियों से भी निजात मिलती है। कच्चे करौंदा का सेवन करने से दांत और मसूड़े भी मजबूत होते हैं।
डिस्क्लेमर: उपरोक्त दी गई सूचना विभिन्न स्रोतों द्वारा दी गई जानकारियों पर आधारित है, हम इनकी पुष्टि व जांच का दावा नही करते हैं। किसी भी बीमारी के सटीक इलाज के लिए डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लें।
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