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46 साल बाद ऐसी बारिश, नजारा ऐसा जैसे मुंबई में समुद्र घुस गया हो

  • रातभर जुटे रहे ‘देवदूत’, यूं लोगों को बचाया
  • निसर्ग तूफान से भी ज्यादा खतरनाक हालात

मुंबई। मुंबई में मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर कहर ढाया है। पिछले दो दिन से जारी बारिश बुधवार को और बढ़ गई। तेज हवाओं और बारिश के कारण मुंबई में जनजीवन प्रभावित हुआ। बारिश से बदहाल जनजीवन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं मुंबई की मस्जिद और भायखला स्टेशन के बीच 2 लोकल ट्रेनें रेलवे ट्रैक पर पानी भर जाने के कारण फंस गई थी। सभी 55 यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया गया। मुंबई में 46 वर्ष बाद ऐसी बारिश हुई है। मुंबई का हाल देखकर ऐसा लग रहा है, जैसे समुद्र ही मुंबई में घुस आया हो।
बुधवार शाम को मुंबई की मस्जिद और भायखला स्टेशन के बीच 2 लोकल ट्रेनें रेलवे ट्रैक पर पानी भर जाने के कारण फंस गई। देर रात तक तले रेक्स्यू ऑपरेशन में सीएसटी से कर्जत जाने वाले 55 यात्रियों को रेलवे कर्मचारियों ने बचा लिया है।
दोपहर में 1.19 बजे हाई टाइड की वजह से समुद्र में 4.43 मीटर ऊंची लहरें उठीं। इससे मुंबई के निचले इलाकों में पानी भर गया। हमेशा की तरह किंग्ज सर्कल और हिंदमाता में सड़कों पर पानी भरने से आवागमन बाधित हुआ। सायन, माटुंगा, खार सबवे, दादर टीटी, माटुंगा, शेख मिस्त्री दरगाह, पोस्टल कॉलोनी, चेंबूर, चूना भट्टी, मानखुर्द रेलवे स्टेशन, तिलकनगर, अंधेरी सबवे, मिलन सबवे, खार सबवे, दहिसर सबवे, मालाड सबवे, नैशनल कॉलेज (बांद्रा), जोगेश्वरी मालाड, कांदिवली, बोरिवली और दूसरे इलाकों में जलजमाव हो गया।
मुंबई के निचले इलाकों में जगह-जगह जलजमाव के कारण पूर्वी उपनगर में कांदिवली-दहिसर और अन्य इलाकों में घरों और दुकानों में पानी भर गया। लोगों को घुटने भर पानी में चलकर स्टेशन आना पड़ा। रेलवे ट्रैक पर भी पानी भर गया। इससे सेंट्रल, वेस्टर्न और हार्बर लाइन की ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ। ड्यूटी पर आए हजारों लोग दफ्तरों में ही फंस गए।
बुधवार को मुंबई की बारिश का हाल निसर्ग तूफान के दिन से भी ज्यादा खतरनाक नजर आया। कोलाबा में 46 साल बाद अगस्त में 12 घंटे में 294 मिमी बारिश हुई। इससे दक्षिण मुंबई में बरसों बाद सड़क पर इतना पानी दिखा। अगस्त महीने में कोलाबा में 1974 में सबसे अधिक बारिश का रेकॉर्ड 262 मिमी का था, जबकि बुधवार को यहां 293.8 एमएम बारिश दर्ज की गई।
यह तस्वीर 45 साल के अशोक सिंह की है जो भिंडी बाजार में सब्जी बेचते हैं। बुधवार को मुंबई में इस सीजन की सबसे भारी बारिश हुई। इस दौरान तेज चक्रवाती हवाएं चलीं। इसी समय किंग सर्कल पर बने डिवाइडर पर अशोक सिंह अपने जूतों को हाथ में लिए और सिर को रुमाल से ढककर बैठ गए। उनके आंखों से आंसू बह रहे थे। पिछले दो दिन से जारी बारिश में मुंबई का जनजीवन इसी तरह थका हुआ और हताश नजर आ रहा है। हर किसी के चेहरे यही सवाल कर रहे हैं कि आखिर ये परेशानी कब खत्म होगी।
मुंबई में पिछले दो दिन से जारी बारिश से गुरुवार को कुछ राहत मिल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, ऐक्टिव मॉनसून होने के कारण मंगलवार और बुधवार को मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी बारिश होती रही। गुरुवार से बारिश की धार में कमी आने की उम्मीद है। पहले 5 दिनों में ही अगस्त महीने की आधी से अधिक बारिश दर्ज हो चुकी है।
भारी बारिश की वजह से मुंबई की सड़कों पर पानी का सैलाब देखने को मिला। तेज हवा और बारिश की वजह से कई जगह गाड़ियों पर पेड़ गिर गए, जिससे गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। जेजे अस्पताल के परिसर में पानी भर गया। ऐसा ही हाल कई अन्य परिसरों और कॉम्प्लेक्स में भी रहा।

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