वाशिंगटन: अमेरिका (America ) पश्चिम एशिया (West Asia) में सुरक्षा बढ़ाने और आवश्यकता पड़ने पर इजरायल (Israel) की रक्षा के वास्ते तैयार रहने के लिए कुछ हजार अतिरिक्त सैनिक (soldiers) भेज रहा है। यह बात सोमवार को पेंटागन (The Pentagon) ने दी। पेंटागन प्रवक्ता सबरीना सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि सैनिकों की मौजूदगी में बढ़ोतरी कई लड़ाकू जेट स्क्वाड्रन के जरिये होगी। अमेरिका ने मध्य पूर्व (Middle East) में पहले से ही दो विमानवाहक पोतों सहित कैरियर स्ट्राइक ग्रुप और 40 हजार से अधिक सैनिकों को तैनात किया हुआ है।
लड़ाकू विमानों को तैनात कर रहा अमेरिका
अमेरिका ने नई तैनाती का ऐलान लेबनान में हाल में हुए हमलों और हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्ला के मारे जाने के बाद किया है। इससे पश्चिम एशिया में युद्ध के बड़े स्तर पर फैलने की आशंका उत्पन्न हो गई है। इस बार इस क्षेत्र में युद्ध इजरायल और हिजबुल्ला के बीच हो रहा है। इसमें एफ-15ई स्ट्राइक ईगल, एफ-16, ए-10 और एफ-22 लड़ाकू विमानों स्क्वाड्रन और उनके लिए आवश्यक कर्मी शामिल हैं।
अमेरिकी सेना की करेंगे सुरक्षा
इन जेट विमानों को पहले से मौजूद स्क्वाड्रन की जगह लेनी थी। इसके बजाय मौजूदा और नए दोनों स्क्वाड्रन मौजूद रहेंगे ताकि हवाई शक्ति को दोगुना किया जा सके। सबरीना सिंह ने कहा कि जेट विमान वहां से निकासी में सहायता करने के लिए नहीं हैं, ”वे अमेरिकी सेना की सुरक्षा के लिए हैं।”
मध्य पूर्व में बड़े युद्ध की आशंका
अमेरिका को डर है कि मध्य पूर्व में जल्द ही एक बड़ा युद्ध शुरू हो सकता है, जिसके निशाने पर इजरायल होगा। अमेरिका को यह भी डर है कि इस युद्ध में ईरान भी शामिल होगा, जिसे रूस से समर्थन प्राप्त होगा। ऐसे में ईरानी हमलों से अमेरिकी सैन्य अड्डों को भी खतरा होगा। वहीं, ईरान अपने प्रॉक्सी मिलिशिया के साथ मिलकर इजरायल को चौतरफा घेरने की कोशिश भी करेगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved