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MP में 50 फीसदी उपस्थिति के साथ खुलेंगे सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी, जानें डिटेल

भोपाल: मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियां 15 सितंबर से विद्यार्थियों की 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ प्रारंभ होंगी.

मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने मंत्री के हवाले से कहा, ‘‘प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियां 15 सितंबर से विद्यार्थियों की उपस्थिति के साथ प्रारंभ होंगी. सभी महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक तथा गैर शैक्षणिक कर्मचारियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति होगी. विद्यार्थियों की 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ कक्षाओं का संचालन होगा.’’

यादव ने बताया कि महाविद्यालय के शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों को कोविड-19 रोधी टीके की प्रथम खुराक का प्रमाण-पत्र जमा कराना अनिवार्य होगा. मध्य प्रदेश में करीब 1400 कॉलेज और 56 विश्वविद्यालय हैं, जिनमें करीब 13.5 लाख विद्यार्थी हैं.

उन्होंने विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने की स्थिति में प्रत्येक स्तर पर कोविड-19 के सुरक्षा मानकों के आधार पर पृथक-पृथक समूह बनाकर प्रायोगिक एवं शैक्षणिक कार्यों को संपादित करने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने कहा कि इस संबंध में अधोसंरचना एवं स्थानीय परिस्थिति के मद्देनजर संबंधित संस्था प्रमुख निर्णय लेने के लिए बाध्य होंगे. यादव ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन भी जारी रहेगा.


उन्होंने शिक्षण संस्थाओं को ऑफलाइन एवं ऑनलाइन कक्षाओं के लिए अलग-अलग समय-सारणी बनाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में छात्रावास और मेस भी प्रारंभ होंगे. छात्रावास चरणबद्ध रूप से प्रारंभ किये जायेंगे. प्रथम चरण में स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर के छात्रों के लिये छात्रावास खोले जायेंगे. छात्रावास परिसर में सामाजिक दूरी, सेनेटाइजेशन एवं सभी विद्यार्थियों की थर्मल जांच सुनिश्चित की जायेगी.

यहां स्कूलों, विश्वविद्यालय के सिलेबस में हुआ बदलाव
हरियाणा सरकार पौराणिक नदी सरस्वती के इतिहास को स्कूलों तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सिलेबस में शामिल करेगी. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पहले हरियाणा सरस्वती विरासत विकास बोर्ड (एचएसएचडीबी) ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (केयू) में सेंटर फॉर बी आर आंबेडकर स्टडीज में सहायक निदेशक डॉ. प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय ‘सरस्वती नदी सिलेबस समिति’ का गठन किया, जिसे कक्षा छह से लेकर दसवीं तक के लिए सिलेबस तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई.

बाद में, केयू के कुलपति डॉ. सोम नाथ सचदेवा ने विश्वविद्यालय के सरस्वती रिवर रिसर्च ऐंड एक्सिलेंस सेंटर में निदेशक प्रोफेसर ए आर चौधरी की अध्यक्षता में एक अन्य समिति बनाई, जिसे विश्वविद्यालय के सिलेबस तैयार करने का जिम्मा सौंपा गया. डॉ. प्रीतम सिंह इस समिति के सह अध्यक्ष हैं. अधिकारी ने बताया कि इस विचार के पीछे उद्देश्य है युवाओं को प्राचीन नदी के इतिहास के बारे में जागरूक करना.

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