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योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उप्र के विकास को अमित शाह की प्रशंसा

– डॉ. दिलीप अग्निहोत्री

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चुनाव के लिए भाजपा की रणनीति आगे बढ़ रही है। पिछले दिनों काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योगी आदित्यनाथ की जमकर प्रशंसा की थी। उन्होंने यहां तक कहा था कि प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को कम समय में बताना संभव नहीं है। इसके अलावा यह भी लगता है कि किस उपलब्धि का उल्लेख और किसे छोड़ दें। मतलब उपलब्धियां इतनी है जिनको बताने के लिए बहुत समय लग सकता। इसी क्रम में गृहमंत्री अमित शाह ने भी योगी आदित्यनाथ के कार्यों को प्रशंसनीय बताया। उन्होंने भी प्रदेश सरकार की सभी उपलब्धियों का उल्लेख नहीं किया। उनके सामने भी समय अभाव की समस्या थी। इतना अवश्य कहा कि चवालीस परियोजनाओं में उत्तर प्रदेश नम्बर वन है। साढ़े चार वर्ष की यह उपलब्धियां अभूतपूर्व है। सभी परियोजनाएं गरीबों, वंचितों, किसानों के कल्याण और विकास से संबंधित है। इन सभी क्षेत्रों में योगी सरकार ने कीर्तिमान स्थापित किये हैं।

अमित शाह वर्षों तक उत्तर प्रदेश की जमीनी राजनीति से जुड़े रहे हैं। पहले वह उत्तर प्रदेश में भाजपा के प्रभारी थे। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। दोनों भूमिका में उत्तर प्रदेश पर उनका विशेष फोकस था। उत्तर प्रदेश का उन्होंने व्यापक दौरा किया था। उस समय उत्तर प्रदेश की राजनीति सपा और बसपा के बीच सिमटी थी। भाजपा दशकों से नम्बर तीन पर ठहरी हुई थी। ऐसे में अमित शाह ने सपा-बसपा सरकारों के कार्यों को भी देखा। विगत साढ़े चार वर्षों से वह योगी सरकार को भी देख रहे हैं। उन्होंने तथ्यों के आधार पर तुलना की है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने विकास के मामले में पिछली सरकारों को बहुत पीछे छोड़ दिया है। लखनऊ में अमित शाह ने फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट का शिलान्यास किया। उन्होंने बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की।

बाल गंगाधर तिलक ने लखनऊ में ही आजादी हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है, हम इसको लेकर रहेंगे, का नारा दिया था। इस नारे की सौंवी वर्षगांठ पर तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक ने सपा सरकार को विशेष समारोह के आयोजन की सलाह दी थी। लेकिन उनकी सलाह पर अमल नहीं किया गया। कुछ महीने बाद प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी। इस सरकार ने राम नाईक के अच्छे सुझाव पर अमल किया। बाल गंगाधर तिलक के प्रसिद्ध नारे की एक सौ एकवीं जयंती पर समारोह का आयोजन किया गया।

वस्तुतः इस आधार पर भी पिछली सरकारों व योगी सरकार के बीच अंतर को समझा जा सकता है। भाजपा और अन्य पार्टियों में भी यही अंतर है। इसका असर सभी परियोजनाओं में दिख रहा है। प्रदेश के पर्यटन व तीर्थ स्थलों का विकास भी इसी वैचारिक आधार पर हो रहा है। अयोध्या, काशी, मथुरा आदि का विश्व स्तरीय पर्यटन की दृष्टी से विकास किया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा भी था कि पिछली सरकारें इन स्थलों का नाम लेने से डरती थी। अब इनका विकास हो रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर का कॉरिडोर निर्माण प्रगति पर है।

विंध्याचल धाम कॉरिडोर का शिलान्यास अमित शाह ने किया। इन सभी स्थलों का स्वरूप बदल रहा है। अमित शाह ने कहा कि लंबे समय बाद यहां आकर अच्छा लगा। पहले उत्तर प्रदेश के हर जिले में गया हूं। उत्तर प्रदेश पहले कैसा था मुझे पता है। योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश को आगे ले जा रही है। पहले यहां महिलाएं असुरक्षित थीं। योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को सुधारा है। पहले उत्तर प्रदेश दंगों की आग में जलता था। अब यह प्रदेश विकास में रास्ते सबसे है। चवालीस योजनाओं में टीम योगी नंबर वन है। अंतिम लाभार्थी को योजनाओं का लाभ पहुंचा है। टीकाकरण में उत्तर प्रदेश नंबर वन है, कोरोना टेस्टिंग में भी यूपी सबसे आगे है। भाजपा सरकारों के शासन में कानून का राज है। क्योंकि भाजपा का शासन किसी एक जाति, परिवार के लिए नहीं है।

इस प्रकार अमित शाह ने बिना नाम लिए सपा बसपा पर प्रहार किया। योगी आदित्यनाथ ने कानून का राज कायम किया। माफिया राज को उत्तर प्रदेश से खत्म किया। लोक कल्याण के हर क्षेत्र में विकास हुआ है। जनता ने परिवर्तन के लिए भाजपा को आशीर्वाद दिया था। भाजपा की सरकारें जन आकांक्षाओं के अनुरूप कार्य कर रही है। पहले किसान कर्ज में था, महिलाओं को शौचालय नहीं मिलता था। पहले यूपी में निवेश नहीं आता था।

योगी आदित्यनाथ ने भी कहा कि पहले यूपी दंगों का प्रदेश था। माफियाराज काबिज था। जमीन पर भी माफिया कब्जा कर रहा था। जो एक सौ बयालीस एकड़ भूमि माफिया से बचाई गई, इसी जमीन पर फॉरेंसिक विवि बन रहा है। डेढ़ हजार करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को जब्त किया गया। राज्य में एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का निर्माण कार्य पूरी गति से संचालित किया जा रहा है। प्रदेश के सभी एक्सप्रेस-वे पर औद्योगिक क्लस्टर की स्थापना के सम्बन्ध में कार्य योजना तैयार की जा रही है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे एवं बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे पर औद्योगिक क्लस्टर स्थापना के सम्बन्ध में कार्यवाही को तेजी से चल रही है। चार वर्ष में दोगुने अर्थात आठ एयरपोर्ट क्रियाशील हो गए हैं जिनसे कुल इकहत्तर गंतव्य स्थानों हवाई सेवाएं जुड़े हैं। राज्य सरकार द्वारा चार वर्षों में चार एयरपोर्ट्स का विकास पूर्ण कराया जा चुका है। दस अन्य का विकास कराया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश में चार वर्ष पहले बारह मेडिकल कॉलेज थे। अब उनकी संख्या चार गुनी हो गई है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अन्तर्गत प्रदेश के ढाई करोड़ बयालीस लाख किसानों को लाभान्वित किया गया है। इसके लिए राज्य को भारत सरकार से प्रथम पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है। प्रदेश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में चालीस लाख आवास उपलब्ध कराए गए हैं। करीब ढाई करोड़ से अधिक किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से लाभान्वित किया गया। प्रदेश में फिल्म सिटी के निर्माण की कार्यवाही भी प्रगति पर है। उत्तर प्रदेश में इण्डस्ट्रियल डिफेंस काॅरिडोर का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है।

(लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं।)

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